
report By राजू कुमार। झारखंड दृष्टि न्यूज
श्री बंशीधर नगर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शाखा श्री बंशीधर नगर के तत्वाधान में 89वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव परमात्मा शिव के दिव्य अवतरन एवं कर्तव्य के यादगार में महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर ब्रह्मदेव सिंह नामधारी कॉलेज गढ़वा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित एवं शिवध्वज फहराकर किया गया। डा पवन कुमार ने कहा कि शिव भोले बाबा सर्वात्माओं के परमपिता हैं एवं जगत के पालक और विश्व कल्याणकारी हैं। वो सहज ही भक्तों का पुकार सुनकरके उन्हें मनोवांछित फल भी प्रदान करते हैं। क्योंकि वह भोलानाथ है सहज ही प्रसन्न हो जाते हैं और हमारे मन के विकारों को दूर करके सभी पापों से मुक्त कर देते हैं इसलिए उन्हें पाप कटेश्वर भी कहा जाता है। इस ब्रह्माकुमारीज संस्थान में सिखाया जाने वाला राजयोग ध्यान सभी मनुष्य आत्माओं के लिए बहुत ही लाभकारी है,इस संस्थान से जुड़कर आप सभी भी इसका लाभ लेकर अपने जीवन को सुख शांति से भरपूर करे।
वही सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी अनिता बहन ने कहा की महाशिवरात्रि पर्व परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण का यादगार है। अभी वर्तमान समय चारों ओर अत्याचार, भ्रष्टाचार, असत्य, हिंसा और अश्लीलता का बोलबाला है अधर्म अपनी चरम सीमा पर है, और पाप का घड़ा भर चुका है। हर मनुष्य दुखी और अशांत है काम, क्रोध, लोभ ,मोह और अहंकार के वशीभूत मानव की कृतियों से आज सारी धरती जल रही है ।यही वह समय है जब स्वयं परमात्मा को बुराई और अधर्म का विनाश कर अच्छाई और आदि सनातन देवी देवता धर्म की फिर से स्थापना करने हेतु इस धरती पर आना पड़ता है। और यह खुशखबरी है कि परमात्मा शिव का इस धरती पर अवतरन प्रजापिता ब्रह्मा के तन द्वारा हो चुका है, इस बात को शायद आप आसानी से ना माने परंतु यह सत्य है कि इस पुरानी पतित दुनिया को फिर से पावन बनाने के लिए स्वयं परमात्मा को इस धरा पर अवतरन हो चुका हैं और वह कलयुगी रात्रि को परिवर्तन कर सतयुगी नई दुनिया बैकुंठ की स्थापना कर रहे हैं।
परमात्मा शिव को सभी धर्म में किसी न किसी रूप में महिमा गाई है जहां श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के पहले ज्ञानेश्वर के रूप में तो श्री राम ने भी रावण से युद्ध के पहले रामेश्वरम में शिवलिंग की पूजा की गुरुवाणी में कहा है एक ओंकार निराकार, तो मुस्लिम धर्म में अल्लाह को नूर कहा, यीशु ने कहा गॉड इस लाइट, इस तरह निराकार ज्योर्तिलिंगम परमात्मा का यादगार और स्मरण सभी धर्म में किया गया है क्योंकि सारी सृष्टि के रचनाकार सृजन हर पालनहार वहीं परम सता परमात्मा ही है।
राजयोगी बीके शूजित भाई ने उपस्थित सभी भाई बहनों को राजयोग के द्वारा गहन शांति की अनुभूति कराया । रंभा बहन ने उपस्थित सभी लोगो को ईश्वरीय संदेश सुनाया।
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