मेराल (गढ़वा) नेसा फाउंडेशन के तत्वाधान में छात्रों में मानसिक तनाव कारण एवं बचाव प्रकरण पर शैक्षिक एवं सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती दीपमाला कुमारी प्रमुख मेराल प्रखंड के कर कमलों द्वारा कार्यक्रम की शुभारम्भ की गई। इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि मानसिक तनाव पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम करना वर्तमान समय में काफी प्रासंगिक है। जिस समय समान मनुष्य में भी मानसिक तनाव का होना आम बात है। मानसिक तनाव से बचाव जागरूकता हीं है। इसलिए समाज को जागरूक होने की जरूरत है। मानसिक तनाव के कारण समाज में निरंतर नई-नई घटनाएं सुनने को मिल रही हैं, जो शैक्षिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण से बिल्कुल उचित नहीं है। नेसा फाउंडेशन द्वारा इस प्रकार के किये जा रहे प्रयास काफी सराहनीय है। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. प्रवीण सिंह कुशवाहा सचिव नेसा फाउंडेशन ने शिक्षकों एवं अभिभावकों को अपने विद्यार्थियों एवं बच्चों के प्रति सजग एवं जिम्मेवार रहने की बात कही। शिक्षक एवं अभिभावक के समन्वय अभाव में बालकों में अध्ययन एवं शैक्षिक उपलब्धि को लेकर द्वंद एवं तनाव पाया जाता है, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिएअनुचित है। शिक्षकों एवं अभिभावकों को अपने बालकों की अधिगम क्षमता एवं व्यक्तिगत विभिन्नता को ध्यान में रखते हुए उनके अधिगम एवं उपलब्धि में रुचि एवं अभिप्रेरणा देने की आवश्यकता है। इसके बिना छात्रों के ऊपर बेहतर परिणाम का दबाव उनमें में तनाव की स्थिति उत्पन्न करती है, जो चिंता का विषय है। बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए अध्यापक, शिक्षक एवं समाज सबको संयुक्त रूप से जिम्मेवारी लेनी होगी। आज संपूर्ण विश्व में बाल-केंद्रित शिक्षा होने के बावजूद बालकों को तनाव से गुजरना पड़े तो यह चिंता का विषय है। इसके लिए शिक्षक-अभिभावक को सामाजिक जागरूकता एवं उनके व्यक्तिगत विभिन्नता के आधार पर उनकी आवश्यकताओं को पूर्ति करते हुए बालकों को तनाव मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए।
इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री राम सागर मेहता ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इसके प्रति प्रयास करने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि रूप मेहता पूर्व जिला परिषद सदस्य संजय भगत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रकरण पर सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम प्रखंड में बड़े स्तर पर करने की आवश्यकता है। इस पर मुखिया रामसागर मेहता ने होली से पूर्व करने पर सहमति जताई। पूर्व मुखिया सुषमा देवी ने अभिभावकों को अपने बालकों के प्रति सचेत रहने एवं अभिप्रेरणा देने की बात कही। जिससे बालक में तनाव की स्थिति उत्पन्न न हो। शैक्षिक एवं सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम का संचालन नेसा फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य डॉ लालमोहन ने किया। जबकि तकनीकी सहयोग में आनंद कुमार ने अपनी भूमिका निभाई।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित अभिभावक नेसा फाउंडेशन से संतोष कुमार आनंद कुमार, देवव्रत मेहता एवं विद्यालय के विद्यार्थी एवं ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा किया गया।
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