विवेक मिश्रा की रिपोर्ट
गढ़वा : आखिरकार ग्रामीणों को खेतों में नहीं, बल्कि एक सड़क पर ही धान की रोपाई करने की आवश्यकता पड़ गई। जो सरकार द्वारा पीटे जा रहे ढिंढोरा व विकास के गाल पर तमाचा के जैसा है। यह नजारा जिले के कांडी प्रखण्ड मुख्यालय स्थित कर्पूरी चौक के समीप मुख्य सड़क पर देखने को मिला। जहां उक्त बाजार से हो कर गुजरने वाले राहगीरों को अत्यंत नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। चुकी यहां न ही सड़क का निर्माण हुआ और न ही नाली का। नाली का पानी उक्त बाजार स्थित हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार तक जाता है, जहां केवल श्रद्धालुओं व भक्तों को ही जाना चाहिए। नाली का बहता पानी दुर्गन्धपूर्ण होता है, जिससे ऐसी बदबू आती है कि लोग अपना नाक बंद करके आवागमन करते हैं। राज्य की ऐसी सरकार, जिसके कार्यकाल में मन्दिर भी सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। बता दें कि सरकार द्वारा कांडी बजार स्थित कर्पूरी चौक से लेकर भवनाथपुर स्थित कर्पूरी चौक तक की स्वीकृति भी मिल चुकी थी, किन्तु वर्षों बाद भी अब तक सड़क व नाली का निर्माण नहीं हो सका। इसमें सरकार, वरीय पदाधिकारी व संवेदक की घोर लापरवाही दिख रही है। उक्त बाजार स्थित स्थानीय ग्रामीण आक्रोश में हैं। यूं तो नाली का गन्दा पानी हमेशा सड़क पर बहता ही रहता है। वहीं हल्की बारिश होने के बाद तो और भी नारकीय स्थिति हो जाती है। स्थिति तो इतनी भयावह हो जाती है कि पता ही नहीं चलता कि सड़क पर पानी है या पानी में सड़क। सड़क पर जलजमाव के कारण हर जगह कुआं ही नजर आता है। तमाम गढ्ढे, जिसमें केवल लबालब पानी भरा ही नजर आता है। जिसमें छोटे बच्चों की जिंदगी भी खतरे से खाली नहीं है। इस सड़क से आसपास के विभिन्न गांवों से छात्र व छात्राओं को प्रखण्ड मुख्यालय स्थित उच्च विद्यालय व कॉलेज में जाना पड़ता है। अच्छे ड्रेस भी दागदार हो जाते हैं, चुकी उक्त सड़क पर केवल जलजमाव ही नहीं, बल्कि उक्त सड़क कीचड़ से भी लथपथ हुई रहती है। नाली से आने वाला पानी बिल्कुल दुर्गंधित होता है। वर्षों से उक्त सड़क की यही स्थिति व स्थानीय ग्रामीणों की परिस्थिति रही है। कई बार ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से सरकार व वरीय पदाधिकारियों से गुहार लगाई। कई बार यह खबर प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से दिखाई गई, किन्तु किसी भी सरकार के प्रतिनिधि व पदाधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगा।सवाल यह कि कब तक लोग इस सड़क की नारकीय स्थित से मुक्त होंगे। अंततः ग्रामीणों ने आक्रोश में आकर उक्त सड़क पर ही धान की रोपाई कर दी। इस विषम परिस्थिति से गुजरने वाले तमाम लोग अति चिंतित व दुःखित हैं। उक्त सड़क के माध्यम से केवल बच्चे ही स्कूल व कॉलेज नहीं पहुंचते, बल्कि सैकड़ों गांवों के लोग प्रखण्ड कार्यालय, थाना व दर्जनों गांवों के श्रद्धालु हनुमान मंदिर भी पहुंचते हैं। जबकि अभी पूरी बरसात बाकी ही है। तब स्थिति क्या होगी, लोगों के समझ से परे है।शनिवार को कांडी पंचायत के पूर्व मुखिया सह भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद प्रसाद के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने सड़क पर धान की रोपाई कर निक्कमी सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विनोद प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वर्षों पूर्व कांडी बाजार स्थित कर्पूरी चौक से भवनाथपुर स्थित कर्पूरी चौक तक सड़क की स्वीकृति मिलने के बावजूद भी सड़क का निर्माण नहीं हो सका। हालांकि पहले से ही प्रभु पासवान के घर से कर्पूरी चौक तक नाली बना हुआ है, किन्तु नाली में पानी न जा कर सड़क पर ही बह रहा है। इसका मुख्य कारण है कि प्रखण्ड मुख्यालय स्थित 10 प्लस 2 उच्च विद्यालय के मुख्य द्वार से उचित राम के होटल तक पीडब्ल्यूडी विभाग से सड़क का निर्माण नहीं हुआ। अर्थात पूर्व निर्मित पीसीसी व नाली को ही छोड़ दिया गया। अब इसका खमियाजा स्थानीय ग्रामीणों के साथ सैकड़ों गांवों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार व पदाधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि उक्त सड़क का निर्माण नाली के साथ जल्द नहीं होता है तो हजारों लोगों के साथ सड़क पर उतरने व सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलने को विवश होंगे। इससे भी नहीं हुआ तो मरता क्या नहीं करता के तर्ज पर हजारों की संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। वहीं इस सम्बन्ध में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी राकेश सहाय से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीण जनता अपनी शिकायत लिखित रूप से दें।शिकायत मिलने के पश्चात मैं संवेदक व अन्य कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखूंगा। मौके पर कांडी पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अनूप राम, सराजूदिन राइन, इशराइल हवारी, रामानुज सिंह, खुर्शीद हवारी, इमामुद्दीन सिद्दीकी, सुनीता देवी, सरोजा देवी, विमल देवी, सनीचर बीबी सहित कई महिलाएं व
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