अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट
रमना -कल्याण विभाग के अधिकारी,अभियंता और बिचौलिए के साठगांठ से 15 लाख रुपए की लागत से कब्रिस्तान घेराबंदी की बंदबाट योजना की स्वीकृति देने रमना बजार का माहौल गर्म है।विदित हो कि रमना बजार में डीहवार स्थल और दुर्गा मंदिर के समीप तीन डीसमील भूमि खतियानी कब्रिस्तान है।जिसकी घेराबंदी की स्वीकृति कल्याण विभाग के द्वारा गत दिनों दी गई है।युक्त योजना की स्वीकृति की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद दुर्गा मंदिर परिसर में ग्रामीणों ने बैठक कर विरोध जताया है।घेराबंदी की योजना को निरंस्त कराने को लेकर शनिवार को सीओ सह बीडीओ बासुदेव राय को लोगो ने आवेदन दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि यह योजना सिर्फ सरकारी राशी की बंदरबाट करने के लिए कल्याण विभाग के अधिकारी और अभियंता ने बचौलिया के साठगाठ से किया है।लोगो का कहना है कि एक विशेष सामुदाय का कब्रिस्तान प्रखंड कार्यालय के समीप बड़े भू भाग पर पहले से बना हुआ है।जिसका सौंद्रीकरण होना है।जो सभी के लिए हर्ष की बात है।लेकिन महज तीन डीसमील जमीन और आबादी के बीच घेराबंदी की योजना सरकारी राशी की लूट की योजना प्रतित हो रही है।इस प्रकार की योजनाओ पर रोक लगाते हुए सरकारी राशी की लूट होने से रोकने की आवश्कता है।बजार में कब्रिस्तान घेराबंदी की योजना आपसी सौहार्द बिगाड़ने की योजना है।आवेदन देने वालो में दुर्गा कमिटी अध्यक्ष संतोष प्रसाद गुप्ता, अजीत कुमार सोनी,प्रभात कुमार,रामचंद्र राम,अनुज कुमार ,सचीन कुमार गुप्ता, अरविंद कुमार, आदित्य गुप्ता, पंकज सोनी, श्याम किशोर गुप्ता, ओम प्रकाश सोनी, त्रिपुरारी सोनी , विक्की गुप्ता सहीत कई लोग शामिल है।
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