रंका से आरती कुमारी की रिपोर्ट
रंका अनुमंडल का अस्थायी सब्जी बाजार अनुमंडल मुख्यालय का सब्जी बाजार 2006 ईस्वी में कृषि उत्पादन बाजार समिति एक छत देने के लिए अस्थाई तौर पर सब्जी विक्रेताओं के लिए जिनका कोई आश्रय नहीं होता है ।और जो गांव से सब्जी लेकर बाजार में बेचने के लिए आते हैं ।सब्जियां नहीं बिक पाती हैं जिस को ले जाने में उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, को देखते हुए बाजार समिति विकास निधि की ओर से एक छत बनाया गया है ।लेकिन इस छत में सब्जी ना रखकर रंका के सब्जी विक्रेता गोदाम के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। जिसके कारण यह भवन अपने उद्देश्य से भटक चुका है। साथ ही साथ गांव से आने वाले सब्जी विक्रेताओं को रंका के गंदगी वाले स्थान पर सब्जी छानकर बेचना पढ़ रहा है ।राष्ट्रीय राजमार्ग 343 हमेशा इसलिए जाम हो जाता है, क्योंकि सब्जी मंडी में सब्जी नहीं बेचकर वे सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग के रंका पुल के पास सब्जी बेचना प्रारंभ कर देते हैं, जिसके कारण आए दिन जाम का वातावरण बना रहता है। रंका अनुमंडल पदाधिकारी इस जाम को मुक्त करने के लिए यहां के अंचलाधिकारी तथा रंका थाना प्रभारी को निर्देशित कर चुके हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 343 पर किसी भी कीमत पर सब्जी की दुकान नहीं लगने दिया जाएंगे ।सब्जी विक्रेताओं को अपने निश्चित स्थान सब्जी मंडी में ही सब्जी लगाना होगा। इधर थाना प्रभारी रामेश्वर उपाध्याय का कहना है कि रंका में सब्जी विक्रेताओं के लिए उपयुक्त स्थान नहीं होने के कारण वे सड़कों पर आकर सब्जी बेचना शुरू कर देते हैं। बार-बार पुलिस के कहने पर भी वह अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं ।जब तक न्यायिक दंडाधिकारी पुलिस प्रशासन को मुहैया नहीं होती है ।तब तक इन विक्रेताओं को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाना मुश्किल कार्य लगता है।इसके बावजूद हमारे जवान लगातार रंका पुल पर तैनात रहते हैं ताकि किसी प्रकार से जाम से रंका को मुक्त रखा जाए। अब देखना यह होगा कि प्रशासन रंका के सब्जी विक्रेताओं को इन नालियों पर से सब्जी मंडी में कब तक स्थापित करती है?
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