आश्वासन के बाद गुलाम जिलानी ने 22 दिन बाद तोड़ा अनशन

अपनी साली नूरसबा वीबी की हत्या की जांच की मांग को लेकर छह मार्च से सहिजना मोड़ पर अनशन पर बैठे गुलाम जिलानी ने बुधवार को अपना अनशन तोड़ दिया भाजपा नेता सह पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी, भासपा के अध्यक्ष याकूब इकबाल, आजसू के जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, केंद्रीय सचिव शंकर प्रताप विश्वकर्मा ने जूस पिलाकर उनका अनशन तोड़वाया। इसके पूर्व आंदोलनरत गुलाम जिलानी के समर्थन में आजसू के जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, याकूब इकबाल, शंकर प्रताप विश्वकर्मा आदि ने पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय से मुलाकात कर हत्या के जांच की मांग को लेकर वार्ता की। इस दौरान 10 बिंदूओं पर जांच की मांग की गयी। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें आश्वासन दिया कि 10 दिनों के अंदर वे इस मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कारवाई करेंगे। इस साकारात्मकवार्ता के बाद गुलाम जिलानी ने संध्या में जूस पीकर अपना अनशन तोड़ दिया।
मौके पर पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या से जुड़ा हुआ है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिये और सच्चाइ सामने आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि नूर सबा वीबी की बेरहमी से हाथ-पैर तोड़कर हत्या की गयी थी और उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि नूरसबा वीबी के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सह मंत्री जिन्होंने मुस्लिम समाज के 70 हजार लोगों का वोट प्राप्त हुआ है, उन्होंने एक बार भी गुलाम जिलानी के अनशन की सुधी लेना उचित नहीं समझा। जबकि दूसरे कामों के लिये वे इसी रास्ते से आना-जाना कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा नेता रिंकू तिवारी, कृष्णा चंद्रवंशी आदि उपस्थित थे.