स्वच्छ भारत योजना का उड़ाया जा रहा मजाक
पलामू जिला ब्यूरो चीफ लवकुश कुमार सिंह की रिपोर्ट
हुसैनाबाद। प्रखंड कार्यालय भवन में बने शौचालय में ताला बंद होने के कारण प्रखंड कर्मियों एवं आगंतुकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय के दरवाजे पर कबाड़ा सामान फेंका हुआ है, जिससे साफ-सफाई और स्वच्छता की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। एक तरफ स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं तो दूसरी ओर प्रखंड कार्यालय में ही स्वच्छ भारत योजना की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।उल्लेखनीय है कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2 अक्टूबर 2014 को शुरू की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। इस योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण और स्वच्छता का प्रचार-प्रसार प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। लेकिन प्रखंड कार्यालय में शौचालय की इस खराब स्थिति से स्पष्ट है कि यहाँ इस योजना का पालन नहीं हो रहा है और बीडीओ रौशन कुमार द्वारा ही स्वच्छ भारत अभियान की अनदेखी की जा रही है। बीडीओ की उदासीनता और लापरवाही के कारण यह गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है। कार्यालय में काम करने वाले कर्मियों और आगंतुकों का कहना है कि उन्होंने कई बार बीडीओ से इस विषय में शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस कारण प्रखंड कार्यालय में आने वाले लोगों को शौचालय न होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर महिलाओं को इस स्थिति में अधिक परेशानी होती है। कर्मचारियों ने बताया कि शौचालय के न होने से उन्हें आस-पास के सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करना पड़ता है, जो अक्सर गंदे होते हैं और स्वच्छता के मानकों पर खरे नहीं उतरते। प्रखंड कार्यालय के कई कर्मियों और आगंतुकों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए। शौचालय का ताला खोला जाए और इसकी साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही कबाड़ा सामान हटाकर शौचालय को उपयोगी बनाया जाए।