अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट
रमना। मनुष्य सुख दुःख, महल झोपड़ी, ए सी कूलर में चाहे जहां भी अपना जीवन यापन कर ले। पर उसका अंतिम विश्राम स्थल मुक्ति धाम ( श्मशान घाट) ही है। यदि मुक्ति धाम पर शेड या छाया भी न हो तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।
रमना के दोकरी मुक्ति धाम भी सुविधा विहीन है। जहां शेड या कोई छायादार वृक्ष नहीं है। श्री हनुमान मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों ने पहल कर मंगलवार को प्रातः चार पीपल का पौधा लगाकर उसका घेरा किया। प्रभारी वनपाल नीरज कुमार मेहता के द्वारा तीन पौधा उपलब्ध कराया गया था जबकि एक पौधा प्रभु साह के ईंट भट्ठा से लिया गया। पौधा लगाने के साथ समिति के सदस्यों ने उसके सुरक्षा का भी निर्णय लिया।
मौके पर मुख्य रूप से अध्यक्ष सुदर्शन बियार, उपाध्यक्ष नरेश साह, कोषाध्यक्ष सुनील प्रजापति, संरक्षक महेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मनोज साह, मनोज गुप्ता, संजय प्रजापति, नंदू साह, बबलू बियार, पप्पू कुमार, विकास गुप्ता , रामनाथ बियार, देवकुमार साह, सुरेश प्रजापति , योगेन्द्र ठाकुर आदि उपस्थित थे।
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