
अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा कि रिपोर्ट
रमना । धनतेरस के अवसर पर शनिवार को रमना बाजार में दिनभर रौनक बनी रही। सुबह से ही लोग शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने के लिए घरों से निकल पड़े। बाजार में झाड़ू, नमक, बर्तन, मूर्तियों, दीपक और कपास की बत्ती जैसी पारंपरिक वस्तुओं की खूब बिक्री हुई। इस बार लोगों का रुझान स्वदेशी उत्पादों की ओर अधिक दिखाई दिया। स्थानीय कुम्हारों और ग्रामीण कारीगरों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीये, गमले, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और अन्य सामान की मांग बनी रही।
धनतेरस एवं दीपावली को लेकर झालर, लाइटिंग, फूलमाला और सजावटी वस्तुओं की भी खरीदारी हुई। स्थानीय लोगों द्वारा निर्मित बांस से बनी टोकरी, डलिया और घरेलू सजावटी सामान भी लोगों को पसंद आए। दुकानदारों का कहना था कि इस बार ग्राहक बड़ी कंपनियों के तैयार उत्पादों की बजाय स्थानीय रूप से बनी वस्तुएं अधिक खरीदारी पर जोर दे रहे हैं।
आभूषण, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर भी भीड़ रही। अधिकतर ग्राहक मिक्सर, अलमारी, बक्सा, स्टील और पीतल के बर्तन जैसी घरेलू सामग्रियों की खरीदारी कर रहे थे। शाम होते-होते पूरा बाजार रोशनी और झालरों से जगमगा उठा। मिठाई और खिलौनों की दुकानों पर भी भीड़ उमड़ी रही।