डायन बिसाही मामले में भैंसुर-गोतनी को टांगी से काटा
झारखण्ड में अंधविश्वास रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिस कारण डायन-बिसाही का आरोप लगाकर निर्दोष लोगों की हत्या बदस्तूर जारी है। जहां शासन और प्रशासन रोकने में नाकाम साबित हो रही है। ताजा मामला गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड के बुकमा गांव का है, जहां महिला सुमित्रा देवी 50 वर्ष ने अपने भैसूर लुंदरा चीक बड़ाईक 70 वर्ष और उसकी पत्नी फुलमा देवी 65 वर्ष की हत्या टांगी से काटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी महिला ने थाने में जाकर सरेंडर कर लिया और अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसके बच्चे काफी दिन से बीमार चल रहे थे। जिससे उसे शक था, कि उसके भैंसुर व गोतनी ने डायन बिसाही लगाकर बच्चे को बीमार कर दिया है। जिस कारण उसने शुक्रवार की रात दोनों की हत्या कर दी। वहीं गांव के लोगों ने बताया कि कल दिन में ही मृतक लुंदरा चीक बड़ाईक फूलमा देवी ने गांव में बताया था कि सुमित्रा देवी उन्हें डायन बिसाही कर रही है। जिसको लेकर के गांव में बैठक किया गया था और मामला को अपने स्तर से रफा-दफा करने की कोशिश की गई थी। उसके बावजूद रात में महिला ने अपने भैंसुर व गोतनी कि टांगी से काट कर निर्मम हत्या कर दी। इधर चैनपुर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी महिला से पूछताछ कर रही है।
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