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गढ़वा :
निराशाजनक बजट
झारखंड के लिए कुछ नहीं इस बजट में
आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक में सिंचाई परियोजना के लिए ₹5,300 करोड़, देश के लिए कोई यूनिफॉर्म को सिंचाई पॉलिसी नहीं,यूरिया सब्सिडी में पिछले साल की तुलना में 15% [लगभग ₹23,000 करोड़] की भारी कमी आई है
विगत वर्षों से पूरा देश मंहगाई की मार झेल रहा है-आटा, दाल, तेल, साबुन आदि, जिनका प्रयोग आम आदमी प्रतिदिन करता है, के दाम बहुत बढ़ गये हैं। लिहाजा कुल मिलाकर संक्षेप में
2023 के इस बजट मे गाँव.. गरीब.. किसान.. बेरोजगारो को “झुनझुना” मिला है।