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गढ़वा रंका विधानसभा में हुए भ्रष्टाचार जैसे जनता की गाढ़ी कमाई का फरजरी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार अरबों रुपए अवैध निकासी जल मीनार के नाम पर किया जाना जबकि जल मीनार कहीं भी सक्सेस नहीं है। एक ड्रॉप पानी नहीं है,
5000 करोड़ का ईडी द्वारा चिन्हित कर 25 ठिकानों पर छापेमारी करना, ब्लॉक और अंचल को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाना, भू माफिया, अपराधी, क्रिमिनल द्वारा अवैध तरीके से शरीफ लोगों के जमीन पर दखलअंदाजी करना, वैसे सभी भ्रष्ट पदाधिकारी को सत्येंद्र तिवारी द्वारा ठोक पीट कर सीधा करना प्राथमिकता है। कई भ्रष्ट पदाधिकारी का आय से अधिक संपत्ति का जांच करने के लिए उपयुक्त जगह पर विधायक द्वारा अनुशंसा करना, कठोर दंड दिलाना पूरे गढ़वा रंका विधानसभा में कई भ्रष्ट पदाधिकारी का पूर्व मंत्री द्वारा पदस्थापन कराकर पूरे विधानसभा को बदस्तूर लूटा गया। आज रंका रंमकडा क्षेत्र में चले जाइए, दर्जनों अवैध खनन और क्रसिंग का कार्य जोरों पर है। पूर्व मंत्री द्वारा नदी नाले के बालू को उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक पहुंचाया गया। इन सभी विषयों का जांच अवश्य होगा।
इन सभी बातों से ध्यान भटकाने की आवश्यकता नहीं है। विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को जनता ने भय-भ्रष्टाचार, माफियागिरी, अवैध खनन, घूसखोरी, आंचल में भूमाफिया के हावी होना, इससे निजात दिलाने के लिए आमजनों ने एक तरफ भ्रष्टाचार द्वारा अर्जित पैसे का प्रलोभन, आमजनों के बीच पैसा घड़ी साड़ी का वितरण कर वोट प्रभावित करने के लाख प्रयास के बावजूद झारखंड मुक्ति मोर्चा को गढ़वा के लोगों ने पूरी तरह नकारने का काम किया है। इन सबसे ध्यान बांटने के लिए नया-नया हथकंडा अपनाया जा रहा है। कई प्रतिनिधि झारखंड मुक्ति मोर्चा के क्यों बने हैं, यह भी सबको पता है। वैसे लोगों के चिल्लाने से हमारे विधायक विचलित होने वाले नहीं हैं। जिस उद्देश्य से लोगों ने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास किया है, हर हाल में उस पर लोकप्रिय विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी खरा उतरने का काम करेंगे। एक गाना है मैं तो रस्ते से जा रहा था, जनता का काम करा रहा था, किसी को मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं?
