
अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा कि रिपोर्ट
रमना । झारखंड के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है।
सरकार की अनदेखी और वेतन विसंगति सहित अन्य समस्याओं को लेकर नाराज आउट सोर्सिंग कर्मचारियों का यह आंदोलन 9 से 15 जून तक चलेगा।जानकारी देते हुए झारखंड राज्य अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन ठाकुर ने बताया कि आंदोलन का पहला चरण 9, 10 और 11 जून को चलेगा, जिसमें आउटसोर्सिंग कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे।
आंदोलन का दूसरा चरण 11 जून को शाम 6 बजे से जिला मुख्यालयो में कैंडल मार्च के रूप में आयोजित होगा। इसके बाद 12 जून को समाहरणालय (जिला मुख्यालय) के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा, जहां कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर सरकार से तत्काल समाधान की मांग करेंगे।
अंतिम चरण 15 जून को राज्य की राजधानी राँची में होगा, जहां सभी जिलों के आउटसोर्स कर्मचारी एकत्र होकर राज्यस्तरीय एकदिवसीय धरना देंगे।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि झारखंड के सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी इस आंदोलन में भारी संख्या में भाग लें और इसे सफल बनाएं। आंदोलन का उद्देश्य आउटसोर्स कर्मियों को समान वेतन, स्थायी नियुक्ति और सेवा सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। आंदोलन के प्रथम दिन अमीन कुंदन ठाकुर,फैजुल्लाह अंसारी,सुकरण सिंह आदि को अंचल कार्यालय में कार्य दिवस के दौरान काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा गया।