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इस बाबत जिलाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्णयानुसार कर्मचारियों एवं शिक्षकों के 11सूत्री ज्वलंत एवं न्यायोचित मांगों की पूर्ति हेतु पांच चरणों में आन्दोलन आहूत है। आन्दोलन के प्रथम चरण हस्ताक्षर अभियान में गढ़वा जिले के हजारों कर्मियों ने अपना हस्ताक्षर करते हुए सरकार से विभिन्न मांगों को पूरा करने का अनुरोध किया है तथा दूसरे चरण में सभी प्रखण्ड मुख्यालयों में ध्यानाकर्षण रैली आहूत कर उन 11 सूत्री मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने का प्रयास किया गया। इसी क्रम में आन्दोलन के तीसरे चरण में इन न्यायोचित मुद्दों पर माननीय विधायक जी का सहयोग एवं समर्थन हेतु आज जनसमर्थन रैली का आयोजन किया गया है। क्योंकि विधानसभा चुनाव 2024 में सत्तारूढ़ दल ने उन 11 सूत्री मांगों को अपने घोषणा पत्र में सम्मिलित करते हुए इसे पूरा करने का वादा भी किया है। इस जनसमर्थन रैली के दौरान फिलहाल प्रमुख तीन मांगों (1.अन्य राज्य कर्मियों की भांति शिक्षक संवर्ग को भी MACP का लाभ दिया जाए, 2.राज्य कर्मियों के सेवानिवृति की उम्र को विस्तारित करते हुए 62 वर्ष किया जाए, 3.केन्द्रीय कर्मियों की भांति राज्य कर्मियों को भी शिशु शिक्षण भत्ता का लाभ दिया जाए।)पर स्थानीय माननीय विधायक जी को ज्ञापन पत्र सौंपा जा रहा है और साथ ही साथ यह भी आग्रह किया गया है कि आगामी महीने में होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में उक्त तीन प्रमुख मांगों को लेकर संबंधित माननीयों के समक्ष प्रश्न उठाए जाएं।
ज्ञापन पत्र प्राप्त करने के पश्चात माननीय विधायक अनन्त प्रताप देव ने उपस्थित तमाम शिक्षकों एवं कर्मचारियों के समक्ष अपने संबोधन के दौरान आश्वासन दिया कि झारोटेफ के द्वारा सौंपे गए शिक्षकों एवं कर्मचारियों के हितों से संबंधित प्रमुख मांगों पर राज्य सरकार को अवश्य ध्यानाकर्षित कराऊंगा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से झारखण्ड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ जिला ईकाई गढ़वा के जिलाध्यक्ष नागेन्द्र चौधरी, संयुक्त सचिव आदित्य प्रसाद गुप्ता, वरीय शिक्षक अमरेन्द्र दास, व्याख्याता नीरज कुमार, शिक्षक शिव कुमार, अंबुज कुमार, अकरम अंसारी, आशुतोष कुमार समेत सैकड़ों शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

