
✍🏻 अनुमंडल ब्यूरो, राहुल वर्मा
रमना प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पिछले एक सप्ताह से जारी संकट के बीच शुक्रवार को जैसे ही खबर मिली कि तीन दुकानदारों के पास करीब 550 बोरी खाद पहुंची है, किसानों की भीड़ सुबह से ही दुकानों पर उमड़ पड़ी।
खाद पाने की उम्मीद में कई किसान रातभर दुकान के बाहर डेरा जमाए रहे। महिला किसानों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वे बिना खाद लिए घर नहीं लौटेंगी। उनका आरोप था कि दिन में दुकानदार किसानों को लाइन में खड़ा कराते हैं और रात में चोरी-छिपे कालाबाजारी करते हैं।
स्थिति बिगड़ने पर शुक्रवार की मध्यरात्रि के बाद किसी तरह खाद वितरण शुरू हुआ, लेकिन थोड़ी देर बाद ही हंगामे के कारण बार-बार वितरण बाधित होता रहा। यही स्थिति शनिवार दोपहर तक बनी रही, जिससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई।