0 0
खरौंधी प्रखंड क्षेत्र में नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ हुआ प्रारंभ। - Garhwa Drishti
Categories: खरौंधी

खरौंधी प्रखंड क्षेत्र में नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ हुआ प्रारंभ।

Share
Read Time:6 Minute, 41 Second

*चंदेश कुमार पटेल कि रिपोर्ट*

आज से देशभर में छठ मैया की पूजा और सूर्य उपासना का महापर्व शुरू हो रहा है. इस त्योहार को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है. छठ पूजा के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा भी की जाती है. छठ पूजा का पर्व आरोग्य, समृद्धि और संतान के लिए रखा जाता है. यह 36 घंटे का निर्जला व्रत होता है. मान्यता है कि इस व्रत से अमोघ फल की प्राप्ति होती है.

पहले दिन नहाय खाय से शुरुआत

नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत होती है. इस दिन व्रती नदी में स्नान करते हैं इसके बाद सिर्फ एक समय का ही खाना खाया जाता है. इस बार नहाय खाय की शुरुआत आज 28 अक्टूबर से हो रही है.

दूसरा दिन- खरना

छठ मैया की पूजा का दूसरा दिन ‘खरना’ कहलाता है. इस दिन विशेष भोग तैयार किया जाता है. इसके लिए शाम को मीठा भात (चावल) या लौकी की खिचड़ी खाई जाती है. वहीं इस महाव्रत का तीसरा दिन दूसरे दिन के प्रसाद के ठीक बाद शुरू हो जाता है. आपको बताते चलें कि इस साल 2022 में खरना 29 अक्टूबर को है.

तीसरा दिन- अर्घ्य

छठ पूजा की एक-एक विधि और नियम कायदे का अपना अलग धार्मिक और पौराणिक महत्व है. इस महापूजा के तीसरे दिन की भी अपनी अलग महिमा है. पूजा के तीसरे दिन शाम के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस दौरान सभी व्रती श्रद्धालु अपनी-अपनी बांस की टोकरी में पूजा सामग्री के साथ फल, ठेकुआ और चावल के लड्डू भी रखते हैं. इस दौरान पूरे अर्घ्य के सूप को भी सजाया जाता है.



जब पूरे विधि-विधान से पूजा हो जाती है फिर सभी व्रती अपने परिजनों के साथ मिलकर अस्ताचल सूर्य यानी डूबते सूरज देवता को अर्घ्य देते हैं. यानी इस दिन डूबते सूर्य की उपासना की जाती है. छठ पूजा का पहला अर्घ्य इस साल 30 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दिन सूर्यास्त का समय 05 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा. इसलिए इस समय को आपको जरूर नोट कर लेना चाहिए.

चौथा दिन- उगते सूर्य को अर्घ्य

चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. ये अर्घ्य लगभग 36 घंटे के व्रत के बाद दिया जाता है. 31 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 27 मिनट पर होगा. इस उगते सूर्य को आज से देशभर में छठ मैया की पूजा और सूर्य उपासना का महापर्व शुरू हो रहा है. इस त्योहार को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है. छठ पूजा के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा भी की जाती है. छठ पूजा का पर्व आरोग्य, समृद्धि और संतान के लिए रखा जाता है. यह 36 घंटे का निर्जला व्रत होता है. मान्यता है कि इस व्रत से अमोघ फल की प्राप्ति होती है.

पहले दिन नहाय खाय से शुरुआत

नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत होती है. इस दिन व्रती नदी में स्नान करते हैं इसके बाद सिर्फ एक समय का ही खाना खाया जाता है. इस बार नहाय खाय की शुरुआत आज 28 अक्टूबर से हो रही है.

दूसरा दिन- खरना

छठ मैया की पूजा का दूसरा दिन ‘खरना’ कहलाता है. इस दिन विशेष भोग तैयार किया जाता है. इसके लिए शाम को मीठा भात (चावल) या लौकी की खिचड़ी खाई जाती है. वहीं इस महाव्रत का तीसरा दिन दूसरे दिन के प्रसाद के ठीक बाद शुरू हो जाता है. आपको बताते चलें कि इस साल 2022 में खरना 29 अक्टूबर को है.

तीसरा दिन- अर्घ्य

छठ पूजा की एक-एक विधि और नियम कायदे का अपना अलग धार्मिक और पौराणिक महत्व है. इस महापूजा के तीसरे दिन की भी अपनी अलग महिमा है. पूजा के तीसरे दिन शाम के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस दौरान सभी व्रती श्रद्धालु अपनी-अपनी बांस की टोकरी में पूजा सामग्री के साथ फल, ठेकुआ और चावल के लड्डू भी रखते हैं. इस दौरान पूरे अर्घ्य के सूप को भी सजाया जाता है.


जब पूरे विधि-विधान से पूजा हो जाती है फिर सभी व्रती अपने परिजनों के साथ मिलकर अस्ताचल सूर्य यानी डूबते सूरज देवता को अर्घ्य देते हैं. यानी इस दिन डूबते सूर्य की उपासना की जाती है. छठ पूजा का पहला अर्घ्य इस साल 30 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दिन सूर्यास्त का समय 05 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा. इसलिए इस समय को आपको जरूर नोट कर लेना चाहिए.

चौथा दिन- उगते सूर्य को अर्घ्य

चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. ये अर्घ्य लगभग 36 घंटे के व्रत के बाद दिया जाता है. 31 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 27 मिनट पर होगा. इस उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस विराट महापर्व और छठ मैया के व्रत का समापन होगा।

 196 total views,  3 views today

About Post Author

Admin Garhwa Drishti

Happy
0 0 %
Sad
0 0 %
Excited
0 0 %
Sleepy
0 0 %
Angry
0 0 %
Surprise
0 0 %
Admin Garhwa Drishti

Recent Posts

ज़ाहिद फैंस क्लब ने गरीब बच्चों के चेहरे पर लाई मुस्कान, कॉपी-पेन हुआ का वितरण

ज़ाहिद फैंस क्लब ने गरीब बच्चों के चेहरे पर लाई मुस्कान, कॉपी-पेन हुआ का वितरण----------------------------------ज़ाहिद…

3 hours ago

तालाब से पंप की चोरी

अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट रमना। पंचायत भवन के सटे गंगा तालाब से हनुमान…

7 hours ago

युवती की संदेहास्पद स्थिति में शव बरामद

अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट रमना। प्रखंड के सिलीदाग पंचायत निवासी दुखहरण राम की…

7 hours ago

आनंद मार्ग आश्रम में करीब 100 जरूरतमंदों के बीच किया गया कंबल वितरण

विकास कुमार मेराल। प्रखंड मुख्यालय स्थित आनंद मार्ग आश्रम में रविवार को समारोह पूर्वक करीब…

22 hours ago

युवा समाजसेवी के नेतृत्व में लोगों ने वर्तमान विधायक से किया शिष्टाचार मुलाकात , की खेल मैदान बनाने की मांग

शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करते युवा समाजसेवी एवं अन्य रिपोर्ट –अनुमंडल ब्यूरो अमित वर्मा मझिआंव बिश्रामपुर…

1 day ago

प्रखंड सभागार में किसान गोष्ठी का आयोजन

विकास कुमार की रिपोर्ट मेराल । प्रखंड सभागार में अन्नदाता महोत्सव में बीडीओ सतीश भगत…

1 day ago