ज्वाला कमलापुरी की रिपोर्ट
लोक आस्था का महापर्व छठ सोमवार को उदयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ सम्पन्न हो गया। केतार प्रखंड के नारायण वन, बत्तों कला सूर्य मंदिर, केतार पंडा नदी छठ घाट,अमराहीदह छठ घाट, बुढ़ी खाड़, परती सोन नदी, मेरौनी सोन नदी, बलीगढ़ पंडा नदी सहित दर्जनों छठ घाटों पर छठ व्रतियों ने उदयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। इधर मुकुन्दपुर के नारायण वन छठ घाट पर छठ व्रती रविवार की शाम गाजे-बाजे के साथ माथे पर दउरा लेकर दंडवत प्रणाम करते, छठ गीत गाते हुए सपरिवार छठ घाट पहुंचे। छठ व्रती स्नान कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर पुरी रात नारायण वन छठ घाट पर रहकर छठ व्रत पुरा की। नारायण वन छठ घाट पर छठ महापर्व करने झारखंड के अलावा सीमावर्ती राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के 35 हजार छठ व्रती पहुंचे थे।

लोक आस्था के छठ महापर्व के अवसर पर सूर्य नारायण वन मुकुंदपुर में एक छठवती ने पुत्र को दिया जन्म। जो छठ व्रती उत्तर प्रदेश के लकवा खाड़ी से नारायण वन में मन्नत पूरी होने पर छठ करने आए थे उसे मेडिकल टीम द्वारा सुरक्षित प्रस्ताव कराया गया। वही छठ मेला में लाखों लोग शामिल हुए। नारायण वन छठ घाट पर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम था। केतार थाना की पुलिस थाना कमलेश कुमार, पीएसआई दिनेश मरांडी,एसआई उस्मान सेख,अरूण यादव, दिनेश मांझी के साथ पुरी रात छठ घाट, मेला परिसर और पार्किंग व्यवस्था मे मुस्तैद दिखे। नारायण वन छठ घाट पर सफलता पूर्वक छठ महापर्व सम्पन्न होने के बाद मंदिर कमिटी के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, संरक्षक अजय वर्मा, सचिव रविकांत चंद्रवंशी, शिवभरोष सिंह ने मेले में तैनात मजिस्ट्रेट, स्वास्थ्य विभाग की टीम, बंशीधर नगर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोखुल प्रसाद, बीडीओ नंदजी राम,थाना प्रभारी कमलेश कुमार महतो सहित पुलिस के जवानों को नारायण वन मंदिर के सूर्य भगवान की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।
