झारखंड सरकार के 2022 -23 का जो बजट पेश किया गया है उसमें युवाओं को सिर्फ निराशा ही मिला है चुकी मैं युवा हूॅं तो मुझे सरकारी नौकरी चाहिए या स्वरोजगार के लिए मौका चाहिए। लेकिन इस बजट में कुछ नवीनतम नहीं दिखा वही पूराने रूटीन बजट के जैसा है खैर बजट संतोषजनक है क्योंकि इस से ज्यादा इस गठबंधन के सरकार से कोई उम्मीद नहीं किया जा सकता है। एक वादा ऐसा था हेमंत सोरेन जी का जो चुनाव से पहले हम बेरोजगार युवाओं के लिए वह था बेरोजगारी भत्ता लेकिन इस बजट में उसका कोई प्रावधान नहीं दिख रहा है। मैं इस बजट में जो सबसे अच्छी बात देख रहा हूॅं वो है गांवों को टेलीमेडिसिन से जोड़ने की योजना। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 27 % का बढ़ोतरी स्वागत योग्य कदम है। हर जिले में एक एयर एंबुलेंस का व्यवस्था करना इसके साथ ही राज्य के हर जिले के सदर अस्पताल को 300 बेड का अस्पताल में बदलना काफी अच्छा प्रयोग होगा। इसके साथ ही सबसे पहले हमें सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने की जरूरत है बहुत बार योजनाएं फाईल में और बजट में तो पारित होता है लेकिन जमीन पर नहीं उतर पाता है।सरकार का एक और जो कदम है प्रधानमंत्री आवास योजना में एक और कमरा जोड़ना लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया की आवास का संख्या कितना होगा चुकी अगर आप एक कमरा बढ़ा कर और आवास की संख्या कम कर देते हैं तो यह भी नहीं है।अंततः बजट को ठीक ठाक कहा जा सकता है लेकिन हमारे पलामू और गढ़वा के लोगों को अपेक्षित रखा गया है। हमारी हिस्सेदारी को कम किया जा रहा है लेकिन आने वाले समय में हमारा पलामू प्रमंडल पूरे झारखंड का मार्गदर्शन करेगा।
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