बिशुनपुरा संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
मि० जॉन ने कहा कि शिक्षा के विकास हेतु शोध आवश्यक है, जिससे समाज का संतुलित विकास होता है। जिसमें कस्तूरी विमर्श पत्रिका शोधार्थिओं एवं शिक्षाविदों के लिए अपने बहुमूल्य विचार रखने का स्थान प्रदान करता है।
नेसा फाउडेशन के अध्यक्ष प्रियतमा ने कहा कि नेसा फाउंडेशन शिक्षा एवं शोध के माध्यम से समाज एवं देश को सुदृढ़ करने के अपने उदेश्यों को लेकर कटिबद्ध है, यह निरंतर शिक्षा में गुणवता के लिए शोध को प्रधानता देता है। कस्तूरी विमर्श पत्रिका शिक्षक, शिक्षाविदों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को अपने वैज्ञानिक विचारों को वैश्विक मंच पर साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
इस पत्रिका के मुख्य संपादक प्रवीण सिंह कुशवाहा ने कहा कि कस्तूरी विमर्श बहुविषयी एवं त्रिमासिक आर एन आई, नई दिल्ली से पंजीकृत पत्रिका है। यह शोध पत्रिका के संपादन मंडल में राष्ट्रीय स्तर के विद्वानों ने अपनी भूमिका निभाई। इस पत्रिका के संपादन मंडल मे भारत साहित अन्य देशों से भी अंतराष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविदों को शामिल करने प्रक्रिया चल रही है।इस पत्रिका में प्रकाशन हेतु विभिन्न राज्यों के विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के शोधार्थियों, शिक्षक, शिक्षाविदों ने अपने महत्वपूर्ण विचार लेख के रूप में प्रस्तुत किए हैं।
इस समारोह में बेथेसदा वुमेन टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव, प्रभारी प्राचार्य, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्यों, शिक्षा सलाहकार आर एम तिवारी एवं डा विनोद कुमार राय ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इस समारोह का संचालन डा. राकेश एक्का एवं धन्यवाद ज्ञापन भेंगरा जी ने किया। इस समारोह के आयोजन में सहर्ष सहयोग कॉलेज के प्राध्यापक एवं गैर शैक्षिक सदस्यों ने किया।