0 0 Share Read Time:5 Minute, 14 Second खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड ने किया एक दिवसीय धरना प्रदर्शन *उचित कारवाई नहीं हुई तो न्यायालय में लगाएंगे गुहार : संजय चौधरी* गढ़वा: पुराना समाहरणालय गढ़वा के सामने खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड, बीरबंधा ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में पहुँचे राष्ट्रीय मछुआरा संघ के प्रदेश महासचिव बसंत कुमार चौधरी ने कहा कि समिति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,जो समिति कई वर्षों से अपने अधिकार की लड़ाई लड रही है उसे बंदोबस्त न करके दूसरे समिति को बन्दोबस्त किया जाना बिल्कुल गलत है। समिति अध्यक्ष संजय चौधरी का स्पष्ट कहना है कि हमारे समिति के लोग लगातार बंदोबस्त के लिए प्रयास करते आए हैं और हर स्तर पर हमेशा सकारात्मक आश्वासन मिलता रहा है। लेकिन स्थानीय पदाधिकारी के रवैया से हम लोग काफी परेशान हैं। खजूरी जलाशय मत्स्य जीवी सहयोग समिति लिमिटेड, बीरबंधा एक निबंधित संस्था है, जो खजूरी जलाशय में मत्स्य पालन हेतु समिति बंदोबस्ती लेना चाहती है। खजूरी जलाशय में मत्स्य पालन हेतु दिनांक 27.7.2021 को बीरबंधा में समिति ने बैठक किया। जिला मत्स्य पदाधिकारी, गढ़वा के पत्रांक 520 दिनांक 23.7.2021 के द्वारा बंदोबस्ती प्राप्त करने हेतु सहायक निबंधक सहयोग समितियां, गढ़वा और जिला सहकारिता पदाधिकारी, गढ़वा से अनुशंसा सहित स्वच्छता प्रमाण पत्र मांगा गया था। जिसका पत्रांक 199 दिनांक 30.7.2021 तथा पत्रांक 378 दिनांक 12.12.2023 को निर्गत किया गया है। बंदोबस्ती के लिए संपूर्ण अहर्ताएं पूरी करने के बावजूद भी जिला मत्स्य पदाधिकारी, गढ़वा के द्वारा तरह-तरह के बहाना बनाकर बेवजह परेशान किया गया। कागजात को देखते हुए तत्काल बंदोबस्ती को रद्द करते हुए विधि संगत न्याय किया जाए। खजूरी जलाशय विस्थापित मत्स्यजीवी सहयोग समिति से तीनों पदाधिकारीयों नें पैसा लेकर अवैध तरीके से बंदोबस्ती किया है, जो गलत है। खजूरी जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड बीरबंधा के सभी सदस्य स्थानीय हैं, परंपरागत है, प्रशिक्षण प्राप्त हैं। गरीब, असहाय, भूमिहीन, दिव्यांग सहित 200 लोगों का रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई है। सभी लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए। जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी एवं सहायक निबंधक सहयोग समितियां, गढ़वा के द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए एक एक लाख रुपया रिश्वत मांगा जा रहा है, जो समिति के लोग देने में असमर्थ हैं। इसलिए तरह-तरह के बहाना बनाकर 6 वर्ष 4 महीना से शोषण व परेशान किया जा रहे है। इससे पूर्व के अधिकारी दिव्या गुलाब वा एवं अमिता कुमारी का भी पूरा हाथ है। इस विषय को लेकर उच्च पदाधिकारीयों से निवेदन है कि इसे गंभीरता पूर्वक लेते हुए न्याय संगत उचित समिति को जलाशय बंदोबस्त किया जाए ताकि मछुआरा परिवार को रोजगार मिल सके और अपने परिवार को पालन पोषण करने में सहयोग मिल सके। उचित कारवाई हेतु उपायुक्त, गढ़वा को ज्ञापन सौंपा गया है। मौके पर समिति सचिव संजय कुमार चौधरी, कोषाध्यक्ष अजय चौधरी, कार्यकारिणी सदस्य सुकुल चौधरी, उपेंद्र चौधरी, चलितर चौधरी, सीता राम चौधरी, शिव चौधरी, संजय चौधरी, संतोष चौधरी, रामाशीष चौधरी, रामजन्म चौधरी, अखिलेश चौधरी, सोनी देवी, कौशल्या देवी, गीत देवी, उर्मिला देवी, लालती देवी, पार्वती देवी, सोना देवी, धनवा देवी, विजय चौधरी, राजेश चौधरी, कर्मदेव चौधरी, सुषमा देवी, विजय चौधरी, सुनीता देवी, कुंती देवी, सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे। 426 total views, 2 views today Share Love Facebook Twitter Pinterest LinkedIn About Post Author navneetkumar27828 Happy 0 0 % Sad 0 0 % Excited 0 0 % Sleepy 0 0 % Angry 0 0 % Surprise 0 0 % Post navigation गढ़वा हनुमान मंदिर रंका मोड़ भंडारे का आयोजन भाजपा जिला मिडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झामुमो सरकार पर महिलाओं को मंईया सम्मान योजना के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा