
अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट
रमना। रमना में फोरलेन और बाईपास निर्माण कार्य इन दिनों तेजी से आगे बढ़ रहा है। जगह-जगह मशीनों की आवाज, श्रमिकों की आवाजाही और बड़े वाहनों का आवागमन विकास की रफ्तार को स्पष्ट रूप से दिखाता है। निर्माण स्थलों पर कंपनी के कर्मियों के द्वारा नियमित पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है, जिससे वहां धूलकण नियंत्रित रहते हैं। लेकिन रमना ब्लाक मोड से मड़वनिया पंचायत सचिवालय तक मुख्य पथ पर उड़ते धुल से राहगीर और दुकानदार दोनों परेशान हैं| मुख्य पथ पर पानी छिड़काव की कमी ने राहगीरों और दुकानदारों के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है।
मुख्य सड़क से गुजरते ही वाहनों के पहियों से उठने वाला महीन धूलकण हवा में घुल जाता है। सुबह और शाम के समय तो स्थिति और अधिक गंभीर दिखती है। आसपास के लोग बताते हैं कि धूलकण न केवल आंखों में जलन पैदा करते हैं, बल्कि सांस लेने में भी असुविधा होने लगी है। बच्चों और बुजुर्गों की परेशानी अधिक बढ़ी है।
दुकानदारों का कहना है कि धूलकणों से रोज दुकान का सामान एक परत में ढक जाता है। राहगीरों का भी कहना है कि तेज हवा या भारी वाहनों के गुजरने पर धूल सीधे चेहरे पर पड़ती है। स्थानिय लोगों को अपेक्षा है कि जिस तरह निर्माण स्थलों पर समय–समय पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, उसी प्रकार मुख्य सड़क पर भी नियमित रूप से पानी छिड़काव की व्यवस्था प्रशासन या निर्माण कंपनी को कराना चाहिए।
