बरसात के कारण इन दिनों कच्चे मट्टी के मकान ध्वस्त हो जा रहे हैं। जिसके कारण कई लोग के घर भी हो जा रहे हैं और इधर-उधर अपना रहने का सहारा ढूंढ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गढ़वा जिला के केतार प्रखंड क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी असर्फी साह (80) का घर बारिश के कारण ध्वस्त हो गया है. इसके करण असर्फी साह एवं उनकी पत्नी दोनों समीप के बंद पड़े नव प्राथमिक विद्यालय गम्हरिया में शरण लिये हुये है. उक्त वृद्ध दंपत्ति के दो पुत्र हैं. दोनों पुत्र अपने परिवार के साथ गांव में ही दूसरे जगह पर रहते हैं. इसके कारण उक्त वृद्ध दंपत्ति पिछले कई वर्षों से गम्हरिया गांव स्थित मिट्टी के जीर्ण-सिर्ण अवस्था में कच्चे के घर में रहते थें. वर्षों से उक्त घर की मरम्मत नहीं होने के कारण इस वर्ष के बारिश में एक सप्ताह पहले वृद्ध दंपत्ति का घर ध्वस्त हो गया. प्रखंड कार्यालय तक भाग- दौड़ करने में सक्षम नहीं होने के कारण मजबूरी उक्त दंपति को समीप के नव प्राथमिक विद्यालय गम्हरिया में शरण लेना पड़ रहा है. अशर्फी साह ने बताया कि उनके पास कुछ बकरियां हैं उन बकरियों का पालन- पोषण कर के उनका घर चलता है. ऐसे में ध्वस्त हुये घर को फिर से नये सिरे से मरम्मत करने क्षमता नहीं है. इसलिए उन्होंने प्रशासन से अंबेडकर आवास दिलाने की गुहार लगाई है।
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