गढ़वा जिला के केतार प्रखंड के केतार प्रमुख चंद्रावती देवी ने बीडीओ मुकेश मछुआ को पत्र जारी कर कहां है कि जिला पंचायती राज पदाधिकारी गढ़वा के पत्रांक 355 दिनांक 27.05.2023 को पत्र के माध्यम से आपको निर्देशित किया गया था परंतु हमारे केतार प्रखंड में उक्त आदेशों का सरेआम उल्लंघन कर योजना किया जा रहा है। उन्होंने मनरेगा एवं पंचायती राज विभाग में नियमों का पालन नही करने का आरोप लगाया है। उक्त प्रमुख ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि प्रखंड के सभी ग्राम पंचायतो में मनरेगा योजनाओं की स्वीकृति पंचायतो द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। जबकि मनरेगा आयुक्त द्वारा पत्रांक 16-029 दिनांक 22.02.2019 के तहत सभी उपायुक्तों को पत्र प्रेषित कर साफ निर्देशित किया गया है कि मनरेगा योजना में पांच लाख तक की मनरेगा योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति ग्राम पंचायत की कार्यकारिणी समिति द्वारा दी जाएगी तथा उक्त सभी योजनाओं को आगामी पंचायत समिति के बैठक में अनुमोदन कराने के पश्चात ही कार्य प्रारंभ की जाएगी। पत्र के आलोक में योजना स्वीकृत नहीं किया गया जिस के संबंध प्रमुख द्वारा बीडीओ को निर्देशित किया गया है कि मनरेगा आयुक्त का पत्र स्मरण करते हुए पंचायत समिति का अनुमोदन के उपरांत ही योजनाओं को स्वीकृति दें। मनरेगा में फर्जीवाड़ा का शिकायत मिल रही है। विभागीय पत्र में साफ निर्देशित है कि पांच लाख तक कि योजनाओं में पंचायत कार्यकारणी की बैठक में प्रशासनिक स्वीकृति कर अनुमोदन करना है। केतार प्रखंड में मनमानी तरीके से नियम के विरूद्ध किया जा रहा है। पंचायत कार्यकारणी की बैठक में प्रशासनिक स्वीकृति के अनुमोदन के पश्चात योजनाओ को चयनित किया जाना चाहिए।