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ज्वाला कमलापुरी की रिपोर्ट

कबाड़ी कलेक्शन के दौरान जान पहचान हुई फिर प्रेम हुआ,5,6 साल एक दूसरे की हमसफर की तरह साथ-साथ मौज मस्ती किए. कुछ दिनों से विलेन की तरह मासूका की जिंदगी में दूसरे प्रेमी का आना मुझे नागवार गुजरा. लिहाजा मैंने ही अपनी माशूका की गला दबाकर हत्या कर लाश को जंगल में फेंक कर मोबाइल को स्वीच आँफ कर लिया था. यह किसी फिल्म की स्टोरी नहीं बल्कि हकीकत है जिसकी खुलाशा समित्री देवी हत्याकांड का गढवा पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय के द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद समित्री के प्रेमी कातिल अब्दुल खान उर्फ लेदु खान के स्वीकारोक्ति बयान से हुआ है।
42 वर्षीय सुमित्री देवी हत्याकांड का खुलासा करते हुए दीपक कुमार पांडेय ने आज मीडिया को बताया कि गढ़वा जिले के भवनाथपुर थाना क्षेत्र के वनसनी पंचायत के भुइयां भंवरवा टोला के अकेलवा जंगल में एक मानव कंकाल मिला था. उस कंकाल में महिला के जो पांव थे उस पर मांस चिपका हुआ था.जिसमें गोदना गोदा हुआ था. महिला की शव पड़े होने की सूचना पर वहां काफी संख्या में ग्रमीण पहुंचे हुए थे. जिसमें मृतिका की पुत्री मीरा देवी भी वहां मौजुद थी. उसने चप्पल ब्लू रंग की साड़ी तथा गोदना के आधार पर मानव कंकाल की पहचान अपनी मां सत्येंद्र भुइयां उर्फ़ सिकंदर भुइयां ग्राम भुइयां भवरिया टोले की पत्नी के रूप में किया.इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया तो पुलिस को मृतिका की पुत्री मीरा ने जो जानकारी दी थी उसके अनुसार उसके पिता मजदूरी करने के लिए अक्सर बाहर रहते हैं तथा उसकी मां की श्री बंशीधर नगर उंटारी थाना क्षेत्र के चेचरिया निवासी अब्दुल खान उर्फ लेदु खान के साथ पिछले 5,6 वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था, इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने अनुसंधान को आगे बढाते हुए अब्दुल खान उर्फ लेदु खान को गिरफ्तारी किया. गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने पूछताछ किया तो इस हत्याकांड का राज खोलाते हुए अब्दुल खान ने पुलिस को बताया कि वह गांव जाकर कबडी कलेक्शन का काम करता था, इसी दौरान उसकी जान पहचान समित्री देवी के साथ हुई थी. पिछले पांच छह साल से उक्त दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था उसी इसी क्रम में उसे पता चला कि उसके गांव के ही कन्हाई सिंह के साथ समित्री देवी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है.5 अगस्त को जब अब्दुल अपनी प्रेमिका समित्री के घर पहुंचा तो उसके साथ समित्री के नए प्रेमी कन्हाई सिंह को भी देखा. कन्हाई सिंह पर नजर पढ़ते ही उसे गगुस्सा आया,उसी दिन वह समित्री के घर से निकलकर इसी गांव के संत पासवान के घर में शराब पी रहा था. जहां पर शराब पीने के दौरान समित्री दवी भी वहां पहुंच गइ.दोनों एक दूसरे के साथ शराब पिए और दोनों शराब पीकर अकेलवा दामर जंगल की ओर आ गए दोनों के बीच इसी दौरान झगड़ा होने लगी जिससे गुस्से में आकर उसने सावित्री को पटककर गला दबाकर हत्या कर दिया था तथा वहां से फरार हो गया.पुलिस ने उसके पास से मोबाइल भी बरामद कर ली है.

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