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गढ़वा । शहर के कल्याणपुर स्थित आर. पी. नर्सिंग एंड फार्मेसी कॉलेज में शनिवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया । इस दौरान श्री सद्गुरु जगजीत सिंह नामधारी कॉलेज के रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. भव्य प्रकाश पांडेय और वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विनिता दीक्षित को सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एसएसजेएसएन कॉलेज के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. भव्य प्रकाश पांडेय ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में हमारा उतरोत्तर विकास हुआ है । विज्ञान और तकनीकी को अपनाकर आज हम विश्व के अन्य विकसित देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं । विज्ञान के क्षेत्र में विकास एक सतत प्रक्रिया है । जिसका न आदि और न अंत है । उन्होंने कहा कि पहले हम भारतवासियों की औसत आयु 52 वर्ष थी । अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार पुरुष का औसत आयु 72 वर्ष जबकि महिला की औसत आयु 75 वर्ष है । पहले के समय में हैजा कालरा सहित अन्य महामारी में कितने लोगों की जान चली जाती थी । अब हमारे बीच जागरूकता बढ़ी है । अब परिवार में दो ही बच्चे हैं लेकिन वह सुदृढ़ स्थिति में हैं । उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 से पहले लोग मोबाइल का सपना देखते थे । आजकल एक आम व्यक्ति के पास कंप्यूटर है । हमारे विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है ।
वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष विनिता दीक्षित ने कहा कि विज्ञान हमारी दिनचर्या में शामिल है ।चिकित्सा, कृषि, व्यापार, शिक्षा कोई भी क्षेत्र हो । विज्ञान और तकनीक उससे अछूता नहीं है ।प्रकाश का प्रकीर्णन की खोज सी.वी. रमण ने की थी । जिसे रमण प्रभाव के नाम से जाना जाता है । इस वर्ष का थीम विकास भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना है । उन्होंने छात्रों से कहा कि आप जो भी पड़े मन लगाकर पढ़ें और मन में उत्पन्न होने वाले वैज्ञानिक सवालों को अपने शिक्षक और बुद्धिजीवियों से पूछ कर अपना ज्ञान बढ़ायें ।
कल्याणपुर के मुखिया अशोक चंद्रवंशी ने कहा कि विद्यार्थी समय के महत्व को समझें । इसे व्यर्थ न गंवाएं। अनुशासित होकर अधिक से अधिक ज्ञान हासिल करें । ससमय ज्ञान हासिल करने से भविष्य उज्जवल होगा ।
आर.पी. एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट के निदेशक डॉक्टर पातंजली केशरी ने कहा कि विज्ञान के बिना जीवन अधूरा है । सही दिशा में सोच असंभव को भी संभव बना देती है । भारत के विकास में विज्ञान और तकनीक का महत्वपूर्ण योगदान है ।वर्तमान में जो भी विकसित देश है वह विज्ञान के बदौलत ही है । हमें डॉक्टर अब्दुल कलाम आजाद से प्रेरणा लेनी चाहिए । साधारण परिवार से होते हुए भी वह देश को नहीं ऊंचाई पर ले गए । हमें अपना कदम बढ़ाते रहना चाहिए सफलता के मार्ग खुद ब खुद मिलते जाएंगे । समय पर किए गए काम का परिणाम बेहतर होता है ।
मौके पर चम्पा दीदी, अब्दुल मन्नान, प्राचार्य मनु जेम्स, अभिलाषा कुमारी, बबीता देवी, राहुल कुमार, सचिन कुमार, प्रद्युमन कुमार, दीपक शर्मा, राजेश विश्वकर्मा सहित काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।


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