
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की जन सुनवाई के क्रम में कमलापुरी वैश्य प्रादेशिक सभा, झारखण्ड के अध्यक्ष राजमणि प्रसाद एवं उनकी टीम ने कमलापुरी वैश्य समाज को केंद्रीय सूची में शामिल करने की मांग को लेकर एक मांग पत्र प्रस्तुत किया।
आयोग के केंद्रीय अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर एवं माननीय सदस्य भुवन भूषण कमल के समक्ष, सभा के प्रतिनिधियों ने कमलापुरी वैश्य समाज की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक पिछड़ापन को विस्तार से रखा।
अध्यक्ष राजमणि प्रसाद ने कहा कि कमलापुरी वैश्य समाज के लोग भारत के विभिन्न हिस्सों में बिखरे हुए हैं और अत्यंत गरीबी एवं उपेक्षा का जीवन जी रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समाज के लोग आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, शिक्षा के क्षेत्र में बेहद कमजोर हैं तथा राजनीतिक प्रतिनिधित्व लगभग शून्य है।
फुटपाथी व्यवसाय, छोटा-मोटा व्यापार, एवं अत्यंत सीमित संख्या में ही डॉक्टर और इंजीनियर जैसे पेशे में समाज के लोग पहुँच पाए हैं। सिविल सेवाओं एवं राजनीति में भी इस समाज की उपस्थिति नगण्य है। उन्होंने बताया कि न तो कोई विधायक है, न कोई सांसद, और न ही कोई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी।
अतः कमलापुरी वैश्य समाज को राष्ट्रीय स्तर पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की केंद्रीय सूची में शामिल किया जाए, ताकि समाज के लोग भी समान अवसर प्राप्त कर सम्मानजनक जीवन जी सकें।
सभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि यह मांग पूरी होती है, तो कमलापुरी समाज, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग का सदैव आभारी रहेगा।
इस जन सुनवाई में
जितेंद्र कमलापुरी – महामंत्री,
काशी प्रसाद कमलापुरी – कोषाध्यक्ष,
शशि प्रकाश कमलापुरी उर्फ गैरी जी – प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, अनिल प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित थें.