


सोनू जायसवाल की रिपोर्ट
विद्यार्थी परिषद झारखंड की प्रदेश कार्यकारी बैठक का दूसरा दिन रविवार को संपन्न हुआ। इस दौरान संगठन के आगामी कार्यक्रमों को लेकर व्यापक चर्चा और योजनाएं बनाई गईं। बैठक में नई इकाइयों का गठन, संपर्क अभियान, कोष कार्यालय, सोशल मीडिया और सेवाकार्य जैसे विषयों पर कार्यकर्ताओं ने विस्तार से विचार-विमर्श किया।
बैठक में केंद्रीय प्रवास, छात्र नेता प्रवास, जनजातीय गौरव दिवस और सामाजिक समता दिवस जैसे आयोजनों पर भी चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि जनजातीय गौरव दिवस पर झारखंड के प्रत्येक जिले में भगवान बिरसा मुंडा की विरासत और उनके संघर्ष को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतियोगिता, भाषण और संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
सदस्यता अभियान को लेकर परिषद ने दावा किया कि इस वर्ष झारखंड प्रांत में सदस्यता संख्या एक लाख के पार पहुँच चुकी है। अब लक्ष्य है कि 22 सितंबर तक यह संख्या 2 लाख 80 हजार तक पहुँचाई जाए।
इसके अलावा परिषद ने नशा मुक्ति अभियान चलाने का प्रस्ताव भी पारित किया, जिसके तहत झारखंड के युवाओं से नशा से दूर रहने की अपील की जाएगी।
बैठक में राज्य विश्वविद्यालय विधेयक 2025 पर भी चर्चा हुई। परिषद ने कुलपति और प्रति-कुलपति की नियुक्ति कुलाधिपति द्वारा करने तथा छात्र संघ जैसी लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने की मांग रखी।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मौसमी पॉल ने की। इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ. याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रांत संगठन मंत्री नितेश कटारे, प्रदेश मंत्री मनोज सोरेन समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य दिशा आदित्य, प्रदेश कार्यालय मंत्री हर्ष राज, विनीत पांडे, मंजुल शुक्ला, रोहित देव दुबे, विपिन यादव, कौशल मिश्रा, किसलय तिवारी, मुन्ना यादव, शशिकांत सुमन सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी रही।
