*
*खरौंधी प्रखंड से चंदेश कुमार पटेल कि रिपोर्ट*
Kharaundhi– वो मां ही होती है जो 9 महीने के कड़े संघर्ष के बाद एक संतान को इस दुनिया में लाती है। कहते हैं मां जितना प्यार अपनी औलाद को कोई नहीं कर सकता है, लेकिन इस कलयुग में मां जैसा रिश्ता भी लालच और खुदगर्जी की भेंट चढ़ रहे हैं। नगर उंटारी थाना क्षेत्र के गरबांध गांव में गत 25 जून दिन शनिवार को मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची को 9 हजार रुपए की लालच में दूसरे के हाथों में बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार गरबांध गांव निवासी मनोज ठाकुर की पत्नी सीता देवी को प्रसव कराने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल जा रहे थे।इसी बीच सीता देवी को पीड़ा होने लगा और रास्ते में ही प्रसव हो गया।जिससे उसकी बेटी जन्म ली। प्रसव होने के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे। परिजनों ने दोनों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। बता दे कि सीता देवी को यह पांचवी पुत्री है। अस्पताल में जच्चा बच्चा के इलाज के दौरान सीता देवी की मां परिमनी देवी ने स्वास्थ सहिया रीना देवी से बच्ची को बेचने का बात कही। उसके बाद सहिया रीना देवी ने बच्ची को 9 हजार रुपए में बेचवाने की बात कही।उसके बाद रीना देवी ने खरौंधी थाना क्षेत्र के नवाडीह टोला निवासी दशरथ पासवान की पत्नी प्रभा देवी से 9 हजार रुपए में बच्ची को बेचने की सौंदा किया। दशरथ पासवान एवं प्रभा देवी को एक भी संतान नहीं है। वही अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद परिमानी देवी ने सहिया रीना देवी के साथ जाकर खरौंधी थाना क्षेत्र के नवाडीह टोला निवासी दशरथ पासवान की पत्नी प्रभा देवी से 9 हजार रुपए में बच्ची को बेच दिया। इधर सीता देवी की मां परिमणि देवी द्वारा बच्ची को बेचने की जानकारी घरवालों की नहीं थी। जानकारी मिलने के बाद सीता देवी के पति मनोज ठाकुर ने घर में जमकर हंगामा किया और अपनी सास परिमनी देवी से खूब कहासुनी हुआ। विवाद बढ़ने के बाद घर वालों ने नवजात बच्ची को तुरंत लाने की बात कही। इसके बाद सोमवार को स्वास्थ्य सहिया रीना देवी के साथ मनोज ठाकुर एवं उसके परिजन ने बच्ची को लेने के लिए खरौंधी थाना क्षेत्र के नवाडीह टोला निवासी दशरथ पासवान के घर चले गए। वहां जाने के बाद दशरथ पासवान ने बच्ची को देने से इनकार कर दिया इसी बीच दोनों पक्षों से विवाद शुरू होने लगा। विवाद बढ़ते ही आसपास के ग्रामीण इकट्ठा हो गए। सभी ने दोनों पक्षों को समझौता कराया और बच्ची को वापस देने की बात कही लेकिन दशरथ पासवान देने से इनकार कर दिया। अंत में मनोज ठाकुर में अपने परिजनों के साथ नगर उंटारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद कुमार केसरी से घटना की पूरी जानकारी दिया। तथा बच्ची को वापस दिलाने की गुहार लगाई थी।
इधर जानकारी मिलने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद कुमार केसरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खरौंधी थाना प्रभारी को दशरथ पासवान के घर से बच्ची को बरामद करने का निर्देश दिया था। उसके बाद पुलिस ने बच्ची को बरामद कर नगर उंटारी थाना पुलिस को सौंप दिया।
741 total views, 1 views today