अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा कि रिपोर्ट
युद्धग्रस्त युक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। युक्रेन के जेप्रोजिया यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई करने गये परसवान गांव निवासी मुबारक अंसारी का पुत्र साजिद अली भी वतन वापसी के लिए मंगलवार की सुबह अपने अन्य साथियों के साथ हंगरी पहुंच चुका है।हंगरी एयरपोर्ट पर जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी करने में जुटा साजिद ने फोन पर बताया कि सबकुछ ठीक रहा तो वह बुधवार को फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हो सकता है। हिंसा प्रभावित युक्रेन से हंगरी पहुंचने पर साजिद काफी सहज महसूस कर रहा था। साजिद ने बताया कि युक्रेन पर रूसी सैनिकों का हमला शुरू हो जाने के बाद पहले तो कालेज प्रबंधन की ओर से सभी छात्रों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया गया।इसके बाद वतन वापसी के लिए वे लोग अपनी व्यवस्था से युक्रेन के पड़ोसी देश हंगरी पहुंचे।इस दौरान बसो में क्षमता से अधिक यात्री होने के कारण उनलोगों को आठ-आठ घण्टे तक खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी।इस दौरान लोगो को खाने-पीने की व्यवस्था खुद करनी पड़ी। विदित हो कि साजिद की चार वर्ष की मेडिकल की पढ़ाई पूरी हो चुकी है तथा एक वर्ष की पढ़ाई अभी बाकी है।इधर रूस की ओर से युक्रेन पर हमला शुरू कर देने के बाद सभी छात्र दहशत में थे। वही छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित उनके परिजनों ने सरकार से उनके सकुशल वतन वापसी की गुहार लगाना शुरू कर दिया था। इस बीच युक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के वतन वापसी की सुखद सूचना मिलने पर परिजनों ने राहत की सांस ली है।