✍🏻 ज़िला ब्यूरो अरमान खान ….
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):- श्री बंशीधर नगर नगर पंचायत क्षेत्र में चल रहे स्ट्रीट लाइट लगाने के कार्य में सुरक्षा मानकों की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। नगर पंचायत की लापरवाही का आलम यह है कि बिजली कर्मी बिना किसी परमिट, सुरक्षा बेल्ट या उपकरण के ऊंचे बिजली पोल पर चढ़कर तारों का जोड़-तोड़ कर रहे हैं। जबकि लाइन पूरी तरह चालू है।
घटना की तस्वीरें इस लापरवाही की गवाही दे रही हैं — एक बिजली कर्मी बिना सेफ्टी बेल्ट और बिना जूते के 440 वोल्ट के पोल पर चढ़ा हुआ है। खतरनाक रूप से खुले तारों के बीच काम करते हुए कर्मी की जान पर कभी भी संकट आ सकता था। नपं की इस लापरवाही पर अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर जिम्मेदार कौन है?
जब कर्मी से इस जोखिम भरे काम के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि उसका नाम उदेश पाल, पिता विंध्याचल पाल, निवासी ग्राम कुष्डंड का रहने वाला है। उसने कहा कि वह नगर पंचायत के जेई सुधीर सिंह के आदेश पर शहरी क्षेत्रों में लगे स्ट्रीट लाइट को जोड़ने का काम कर रहा है।
उसने बेखौफ होकर बताया कि हम 440 वोल्ट के बिजली पोल पर बिना परमिट के चढ़ते हैं। बिजली रहे या न रहे, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। लाइन चालू रहती है तो भी हम काम करते हैं, करंट लगने का डर नहीं रहता।
यह बयान न केवल हैरान करने वाला है बल्कि नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। बिजली विभाग के नियमों के अनुसार किसी भी पोल पर चढ़ने से पहले लाइन को बंद कराना और सेफ्टी परमिट लेना अनिवार्य होता है। लेकिन नगर पंचायत द्वारा इस नियम की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है।
स्थानीय नागरिकों ने नगर पंचायत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सीधे-सीधे मानव जीवन से खिलवाड़ है। जिस कर्मी से काम कराया जा रहा है, उसकी जान की कोई कीमत नहीं समझी जा रही। काम के दौरान सुरक्षा किट, बेल्ट, दस्ताने और उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए। लेकिन नगर पंचायत की ओर से इनका कोई इंतजाम नहीं किया गया है।

