बिशुनपुरा संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
बिशुनपुरा प्रखंड अंतर्गत 25 प्रतिशत किसानों को केवल सूखा राहत की राशि मिला है, बाकी 75 प्रतिशत किसानों को सूखा राहत की राशि नहीं मिलने पर प्रखंड के किसानों ने अंचलाधिकारी सुश्री निधि रजवार से मिलकर लिखित आवेदन दिया। आवेदन में किसानों ने लिखा है कि सूखा राहत से जो 75 प्रतिशत किसान वंचित हो गए हैं ,उन किसानों को जांच करके सूखा राहत की राशि दिलवाई जाए।
आपको बताते चलें कि झारखंड राज्य के 22 जिलों (पूर्वी सिंहभूम एवं सिमडेगा छोड़ कर) के 226 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। सूखे की स्थिति को देखते हुए 22 जिलों के 226 प्रखंडों के प्रति किसान परिवार को तत्काल सूखा राहत हेतु 3500 रुपए (अग्रिम) राशि दी जानी थी, लेकिन अभी तक इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाया।
कृषि विभाग द्वारा सुखाड़ का आकलन प्रतिवेदन के अनुसार राज्य में 22 जिलों के 226 प्रखंड सूखे की चपेट में है। इस स्थिति में राज्य सरकार के नैतिक जिम्मेवारी है कि प्रभावित किसान परिवारों को तत्काल सूखा राहत की राशि उपलब्ध कराई जाए। सर्वे के मुताबिक राज्य के लगभग 30 लाख से अधिक किसान परिवार सूखे की चपेट में है जिन्हें इनका लाभ मिलना था, लेकिन सरकार की दाबा हवा-हवाई साबित हो रही है।
वहीं पर किसानों के द्वारा पूछे जाने पर अंचलाधिकारी सुश्री निधि रजवार ने लोगों से कहा कि इस संबंध में गढ़वा उपायुक्त महोदय को जानकारी देकर शेष बचे लोगों को सूखा राहत की राशि अभिलंब दिलवाने का कार्य किया जाएगा वहीं पर ऑनलाइन किए हुए आवेदनों में सुधार करके राशि दिलवाई जाएगी। आवेदन देने वाले किसान में सुरेश भंडारी, अब्बास अंसारी, बब्नु राम चंद्रवंशी, शिव कुमार यादव, शिव शंकर प्रजापति, रघुनाथ चौधरी, महेश पासवान, समाजसेवी शिव कुमार ठाकुर सहित सैकड़ों में किसान उपस्थित थे।
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