खरौंधी प्रखंड से चंदेश कुमार पटेल की रिपोर्ट
खरौंधी(गढ़वा): प्रखंड के 20 सुत्री अध्यक्ष राजेश कुमार रजक ने उपायुक्त रमेश घोलप को आवेदन देकर खरौंधी प्रखंड में शौचालय निर्माण में हुई भारी अनियमितता की जांच कर आवश्यक कार्यवाई करने की मांग किया है। 20 सुत्री अध्यक्ष राजेश कुमार रजक ने आवेदन में उल्लेख किया है कि खरौंधी प्रखंड में शौचालय निर्माण में भारी अनियमितता बरतते हुए राशि की बंदरबांट की गई है। पिछले लगभग चार सालों में स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत प्रखंड खरौंधी में हुए शौचालय निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है।
जिसमें कार्यपालक अभियंता जिला जल एवं स्वच्छता प्रमंडल गढ़वा प्रदीप सिंह, प्रखंड समन्वयक दिव्यम शुक्ला, राजेश पांडेय, राकेश सिंह तथा राजू राम के मिलीभगत से फर्जी स्वयंसहायता समूह बनाकर बिना निर्माण के ही पैसा भुगतान कर दिया गया है। उन समूह के माध्यम से कागजो पर फर्जी उपयोगिता प्रमाण पत्र लगाकर राशि का गबन कर लिया गया। जबकि प्रखंड में लगभग 600 सक्रिय महिला स्वयं सहायता समूह के बावजूद प्रखंड समन्वयक दिव्यम शुक्ला एवं राजेश पांडेय ने अपने गृह पंचायत के ही फर्जी स्वयं सहायता समूह को बनाकर उन्हें कार्यादेश भी दे दिया गया एवं
अग्रिम भुगतान किया गया,यथा प्रभावती महिला स्वयं सहायता समूह लोहरगाडा एवं सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह अधौरी नगर उंटारी का नाम शामिल है। शून्य निर्माण एवं फर्जी भुगतान के विरुद्ध लाभुकों द्वारा लगातार जांच की मांग की जा रही है। वही अनियमितता की खबर प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बावजूद जिला स्तर से इस गंभीर मामले पर अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया। उपरोक्त अनियमितता की जांच के लिए प्रखंड कार्यालय से पिछले माह 7 जनवरी को जिला जल एवं स्वच्छता विभाग गढ़वा से पंचायत वार शौचालय निर्माण लाभुकों की सूची मांगी गई थी।
लेकिन कार्रवाई से बचने के लिए अभी तक प्रखंड कार्यालय को सूची उपलब्ध नहीं कराई गई। बिस सुत्री अध्यक्ष ने उपायुक्त गढ़वा से उपरोक्त बिंदुओं के आधार पर जल्द ही जांच दल गठित करते हुए दोषी कर्मियों व अधिकारियों पर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।
जिसपर गढ़वा उपायुक्त ने कहा की शौचालय जांच के लिए जिला से जांच टीम का गठन किया गया था। अभी तक जांच टीम स्थल पर क्यों नही पहुंचा। पुनः इसका रिभुव करते हुए कार्रवाई की जाएगी।