गढ़वा से नवनीत कुमार की रिपोर्ट
आज वनांचल डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, गढ़वा में आदरणीय सुधीर भैया जी के आशीर्वाद एवं नेतृत्व में परम पूज्य अघोरेश्वर भगवन राम सामूहिक विवाह २०२३ में सम्मलित सभी 51 बेटियो की डोली डेंटल कॉलेज से उठेगी | सामूहिक विवाह के अध्यक्ष श्री दिनेश प्रसाद सिंह द्वारा 51 बेटियो का कन्यादान किया जायेगा| विवाह की तैयारी पूर्ण कर ली गयी है | विवाह हेतु वैसे वर व वधुओ का चुनाव किया गया है जो शादी तो करना चाहते है पर दहेज़ देने और विवाह का खर्च उठाने में समर्थ नहीं है वैसे असहाय, गरीब तथा अशक्त बेटियों का विवाह का पूर्ण खर्च वनांचल एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट, गढ़वा उठाएगा |
वर्ष २०११ से अब तक ट्रस्ट द्वारा ७५१ बेटियों का कन्यादान किया जा चूका है और वे सभी अपना खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे है | पिछले कुछ वर्षो से करोना महामारी के कारण ट्रस्ट द्वारा डेंटल कॉलेज परिसर में विवाह संपन्न नहीं कराया जा सका था जिसका खेद विवाह समिति को है |
सामूहिक विवाह का प्रारंभ सुबह ७ बजे से परम पूज्य अघोरेश्वर भगवन रामजी के पूजा अर्चना के उपरांत आदरणीय सुधीर भैया जी के आशीर्वाद एवं नेतृत्व में किया जायेगा | विवाह पुरे रीतिरिवाज से वाराणसी से आये प्रकांड पंडितो द्वारा सम्पन्न कराया जायेगा| विवाह में सभी ५१ बेटियो को उपहार स्वरुप भैया जी द्वारा नए जीवन के सुरुआत हेतु आवश्यक सामन भेंट की जाएगी, जिसमे पलंग, गद्दा, तकिया, कुर्सी, टेबल, साइकिल, बर्तन सेट जिसमे ११४ प्रकार के सामान है, हाथ घडी वर वधु, जूता, चप्पल, वैनिटी बॉक्स, ट्रंक, पंखा, चटाई, साड़ी, शर्ट पेंट इत्यादि भेंट स्वरुप सभी नवविवाहित जोड़ो को दी जाएगी | विवाह को सफलीभूत करने के लिए सामूहिक विवाह के सदस्य पिछले तीन महीने से लगे हुए है, सदस्यगण सभी ५१ जोड़ो के वास्तिविकता की जाँच हेतु घर घर जा कर जांच किया तथा उपुक्त पाए गए जोड़ो का चुनाव किया गया जीना आज विवाह पुरे रीतिरिवाज से सम्पन्न कराया जायेगा | इस सामूहिक विवाह में वर तथा वधु पक्ष की ओर से २५-२५ बाराती ओर सारती आ सकते है जिसके लिए उनके परिवार को निमंत्रण कार्ड तथा पास दिया गया है | सभी बाराती ओर सारती हेतु नास्ता तथा प्रीतिभोज का आयोजन किया गया है तथा विदाई के वक्त सभी ५१ जोड़े के परिवार को बिना स्वरुप ५-५ किलो लड्डू व गाजा दिया जायेगा | सामूहिक विवाह दोनों पक्षों के आपसी सहमती से पूर्ण कराया जा रहा है इसमें किसी तरह की क़ानूनी करवाई मान्य नहीं है समिति पुरे रीतिरिवाज से मात्र विवाह पूर्ण करवाने की जिम्मेदारी लेती है |
विवाह प्रातः ७ बजे से पूजा अर्चना के उपरांत प्रारंभ किया जायेगा इसलिए सभी वर वधुओ को ट्रस्ट प्रांगन में प्रातः ७ बजे तक पहुचना है वे अपने साथ पूजा का सामन व ठाकुर तथा उपहार में दिए जाने वाले सामानों को ले जाने हेतु बाहन की व्यवस्था खुद करना है|
इस सामूहिक विवाह का मुख्या उद्देश्य समाज में फ़ैल रहे दहेज़ प्रथा को रोकना तथा जड़ से समाप्त करना है, पैसे के आभाव में अब किसी भी बहन या बेटी का विवाह नहीं रुकेगा, इसके लिए हर वर्ष ट्रस्ट वैसे अभावग्रस्त बहन बेटियों का चुनाव कर उनके विवाह कि पूर्ण जिम्मेवारी लेती है| इसके अलावा ट्रस्ट हर वर्ष ५००० गरीबो सा बीच कम्बल का वितरण, छठ पूजा में छठव्रतियो के बीच छठ पूजन सामग्री का वितरण, जाड़े के दिनों में बच्चो, माताओं तथा बुजुर्गो को गर्म कपडा व जूता चप्पल वितरण किया जाता है, उपरोक्त सभी कार्य आदरणीय सुधीर भैया जी के प्रेरणा तथा आशीर्वाद से संपन्न कराया जाता है, जिसमे ट्रस्ट अभीतक सफलीभूत होते आया है, जिसमे आसपास गाँव के लोग, जिला प्रशाशन का पूर्ण सहयोग मिलता रहा है, तथा आप सभी प्रबुद्ध मीडियाकर्मी बंधुओ से अनुरोध है कि इसकी जानकारी अपने समाचार पत्र के माध्यम से आमजन को देने कि कृपा करे |
इस सामूहिक विवाह में समिति के उपाध्यक्ष श्री रणजीत सिंह, श्री पवन कुमार, श्री रंधीर सिंह, श्री धीरज कुमार सिंह, श्री कृपा शंकर सिंह, श्री मनोज कुमार सिंह, श्री प्रवीन कुमार, श्री राकेश कुमार, डॉ अजित कुमार सिन्हा, श्री रामप्रवेश सिंह इत्यादि ने प्रमुख भूमिका निभाई है।
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