विशुनपुरा संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
बिशुनपुरा ( गढ़वा): बुधवार की रात्रि में शिक्षक शंकर चंद्रवंशी जी का निधन उनके पैतृक आवास विशुनपुरा में हो गया।
विदित हो कि शिक्षक शंकर चंद्रवंशी जी बहुत नेक दिल इंसान थे तथा वे अपने मृदुल व्यवहार से गांव तथा क्षेत्र मे काफी लोकप्रिय थे। आपको बताते चलें कि शिक्षक शंकर चंद्रवंशी जी का शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी के लिए कई बार शिक्षा सम्मान से सम्मानित किया गया है इनके पढ़ाए गए बच्चे आज देश के सर्वोच्च सरकारी संस्थान में अपना योगदान दे रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विशुनपुरा प्रखंड में इनके द्वारा दी गई शिक्षा कभी भुलाया नहीं जा सकता उन्होंने अपना सर्वस्व जीवन शिक्षा के क्षेत्र में निछावर कर दिया। जब किसी विद्यालय में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उनका आगमन होता था तो शिक्षक और बच्चे गर्मजोशी से इनका स्वागत करते थे। विद्या भारती हाई स्कूल के निदेशक अशोक कुमार मेहता ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि सर का निधन हो जाने से बिशुनपुरा प्रखंड का अधिकांश शिक्षक आहत हैं। इन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित कर दिया इन्होंने विघ्न बाधाओं को झेलते हुए आज शिक्षा के क्षेत्र में विशुनपुरा प्रखंड को आगे लाए इनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को संघर्ष से लड़कर मंजिल पाने की सलाह दी साथ ही अपने जीवन से जुड़ी यादों को बच्चों को साथ साझा किया करते थे। बिशुनपुरा प्रखंड के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में कैसे आगे बढ़े यह हमेशा प्रोत्साहित करने का काम किया करते थे। उनके निधन होते ही विशुनपुरा प्रखंड में शोक की लहर दौड़ गई। शोक संतप्त परिजनों को संवेदना व्यक्त करने वालों में शिक्षक रामेश्वर चंद्रवंशी, शिक्षक रविंद्र प्रताप देव, शिक्षक प्रभु चंद्रवंशी, शिक्षक भोलानाथ साहू, पंकज कुमार गुप्ता, मुकेश चंद्रवंशी, शिक्षक राजाराम, शिक्षक प्रमोद चंद्रवंशी, रामरति मेहता, शिक्षक दयानंद गुरुजी आदि उपस्थित थे। आज उनकी अंतिम संस्कार बाकी नदी तट पर किया जाएगा।
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