गढ़वा जिला के केतार प्रखंड प्रमुख चंद्रावती देवी ने शुक्रवार को बीडीओ मुकेश मछुआ को पत्र लिखकर वेंडर द्वारा लाभुकों को ससमय समाग्री नहीं देने और लाभुकों के साथ दुर्व्यवहार करने,वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में अनियमितता बरतने और लघु कुटीर उद्योग विभाग के प्रखंड समन्वयक के गायब रहने की शिकायत की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वही प्रखंड प्रमुख चंद्रावती देवी ने बीडीओ से कहा है कि वेंडर विवेक जयसवाल के विरुद्ध लाभुकों द्वारा हमेशा शिकायत मिल रही है। उक्त वेंडर द्वारा लाभुकों को ससमय मटेरियल का समाग्री नहीं दी जा रही है। जिसके कारण योजनाएं अधुरी रह जा रही है। उन्होंने कहा की वेंडर महिनों दुकान बंद कर दुसरे प्रखंड में रहते हैं। लाभुकों द्वारा जब फोन से पर बातचीत के दौरान वेंडर आज कल आने का झुठा आश्वासन देता है।इस कारण लाभुकों को वेंडर से सम्पर्क करना भी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने वेंडर को ब्लैक लिस्टेड करने को और पुर्व में सेव वाउचर को जांच कराने की बात कही है। वहीं प्रमुख ने प्रखंड कार्यालय में पिछले 6 वर्ष से कार्यरत लघु एवं कुटीर उद्योग विभाग के प्रखंड समन्वयक पंकज कुमार गुप्ता प्रखंड कार्यालय से हमेशा ग़ायब रहते हैं। प्रखंड कार्यालय में इनका किसी भी तरह का आफिस नहीं है। जिसके कारण सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में प्रखंड के बेरोज़गार युवाओं को जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसलिए इनकी नियुक्ति योगदान एवं मानदेय भुगतान आदि की जानकारी के साथ इनके प्रखंड कार्यालय में अनुपस्थित रहने का कारण से सम्बंधित स्पष्टीकरण मांगने तथा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। प्रखंड प्रमुख चंद्रावती देवी क्षेत्र भ्रमण के दौरान शिकायत मिल रही है की पीएचडी विभाग के द्वारा बनाए जाने वाला वर्मी कम्पोस्ट पुरे प्रखंड में एक ही व्यक्ति के द्वारा बनाया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिल रही है की वर्मी कम्पोस्ट जरूरतमंद लोगों के घर के पास बनाने के बजाय सड़क किनारे पीडब्ल्यूडी की भुमि में बगैर भुमि प्रमाणपत्र के वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें घटिया समाग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए एक कमिटी गठित कर उक्त मामले की जांच कि जाएं तथा जब तक जांच नहीं हो भुगतान पर रोक लगाई जाए।।