गढ़वा : जिला के खरौंधी प्रखंड के चौरिया गांव के बैगई टोला के रंजित सुरदास का एक गाना इन दिनों खूब वायरल हो रहा है,वह गाना बहुत ही भावुक कर देने वाला है और भावुक कर देने वाला गाना क्यों न हो क्योंकि वह गाना अपने पर जो बित रहा है इस गाने में उस दर्द को व्याख्या किया है। गाना यह है जन्म त देलू माई लेकिन रूपवा न तोहरो देख पईली हो जियते गईली शमशान हो.इस गाने को 22वर्ष के युवक रंजित सुरदास ने गाया है। जिसको दोनों आंखों में ही नहीं दिखाई देती है। वह युवक अपने इस गाने के माध्यम से एक अंधे का दर्द क्या होता है बताने का काम किया है। उसने बताया की लोग हमें मदद करें ताकी मैं भी एक अच्छा गायक बन सकु। जिसमें आप सभी की आशिर्वाद की जरुरत है। उसने कहा की पुरा गाना सुनने के लिए आप BRS recording Studio पर जाकर सुने और हमें आगे बढ़ने में मदद करें।

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