विशुनपुरा से सुनील कुमार की रिपोर्ट
वर्तमान दौर में आपने राजनैतिक रूप से जुड़े कई नेताओं को कभी सफाई कर्मियों के साथ झाड़ू लेकर तो कभी मजदूरों के साथ कुदाल लेकर तो कभी किसानों के साथ खेत में काम करते फोटो खिंचवाते देखा होगा ऐसे नेताओं को गरीबों की याद और उनकी समस्या सिर्फ उसी समय याद आती है जब ये फोटो खिंचवा रहे होते है ।जैसे ही ये उनके पास से थोड़ी दूर हटते है उनकी समस्या उनका दर्द भूल जाते है और भोले भाले लोग इनके राजनीतिक बातों में आकर भावनात्मक रूप से शिकार हों जाते है और इनके समर्थन में आ जाते है पर उनकी समस्याएं जस के तस बनी रहती है ।पर ऐसे नेताओं से एकदम अलग हैं विशुनपुरा ब्लॉक प्रमुख दीपा कुमारी ये खेत में खलिहान फोटो खिंचाने के लिए नही बल्कि वास्तव काम करने के लिए जाती हैं और तभी खेत से वापस आती है जब काम पूरा हो जाता है
विदित हो की 1997 में उग्रवादियों द्वारा कारित एक हत्या कांड में इनके ससुर बिहारी लाल मेहता आजीवन कारावास का सजा काट रहे है जो घर के पूरी जिम्मेवारी को संभालते थे और ऐसे में अभी प्रखंड से लेकर घर तक की सारी जिम्मेवारी ब्लॉक प्रमुख के ऊपर है जिसका सफलता पूर्वक निर्वहन कर रही हैं
बहुत आग्रह करने के बाद आज सुबह प्रमुख ने अपना खेत में गेंहू काटने की फोटो खींचने और सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की इजाजत दी। जैसा की आप जानते है आज कल गेंहू कटनी का समय चल रहा है तो इनकी सुबह के 4 बजे से 8 बजे तक गेंहू काटना 9 बजे से 12 बजे तक प्रखंड के बच्चो को पढ़ाना फिर 12 बजे के बाद ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में बैठना ,जन शिकायतों को सुनना उनकी समस्याओं का त्वरित निदान करवाना , प्रखंड क्षेत्र में नियमित रूप से भ्रमण करना लोगो की समस्याओं को सुनना और सही मंच पर उनकी समस्याओं को रखना ब्लॉक प्रमुख दीपा कुशवाहा की आम दिनचर्या सी बन गया है जो प्रखंड के युवाओं के लिए प्रेरणा का श्रोत है ।सबसे बड़ी विशेषता इनकी यह है की इतने व्यस्तम समय और कार्य भार के बावजूद ये विचलित नहीं होती न घबराती है जो भी जनता जब आए उनका सम्मान पूर्वक समस्याओं को सुनना और उसके प्रति गंभीर रहने की इनकी तरीका इन्हे औरों से अलग करती है।
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