संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
विशुनपुरा प्रखण्ड मुख्यालय के लाल चौक के पास अवस्थित पुराने पंचायत भवन में शुक्रवार को माता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत श्री इंद्रजीत ठाकुर द्वारा दीप प्रज्जवलित कर की गई।
प्रमुख प्रतिनिधि चंदन मेहता ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने यदि तत्कालीन समाज का घनघोर विरोध सहने के बाद भी यदि महिला शिक्षा को बढ़ावा नहीं दिया होता तो न तो आज प्रखण्ड की महिलाएं शिक्षित हो पातीं और न ही विशुनपुरा प्रखण्ड को आज एक शिक्षित प्रमुख मिल पातीं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये विद्या भारती हाई स्कूल के निर्देशक श्री अशोक मेहता ने कहा कि मैं भी एक विद्यालय चलाता हूँ पर पहली महिला स्कूल खोलने वाली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले ही थी। और आज यदि समाज मे महिला शिक्षिका पर्याप्त मात्रा में हैं तो इसका श्रेय माता सावित्रीबाई फुले को ही जाता है।
समापन भाषण देते हुये ठाकुर सत्यनारायण विभूति ने कहा कि समाज के जागरूक लोग यहां तक कि शिक्षक समुदाय भी देश की प्रथम महिला शिक्षिका के जन्मदिन को लेकर उदासीन रहता है यह निराशाजनक है।
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