मेराल से राज कुमार साह के रिपोर्ट
मेराल में रंगों का त्योहार होली मेराल सहित पूरे प्रखंड में शनिवार को पारंपरिक उमंग और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस वर्ष पूर्णमासी 2 दिन में होने से शुक्रवार और शनिवार दोनों दिन होली की धूम रही। गुरुवार की देर रात्रि में होलिका दहन हुई। कुछ जगहों पर शुक्रवार की दोपहर से ही लोगों ने अपने कुलदेवता का पूजन कर होली मनाई। इसी दिन घरों में एक से बढ़कर एक पकवान बनाने व खाने-खिलाने के साथ रंग अबीर से होली का सिलसिला आरंभ हो गया जो शनिवार की देर शाम तक चलता रहा।
पुआ-छोला और दहीबड़ा का चलता रहा दौर
होली को लेकर प्रायः सभी घरों में पकवान बनता है जिसे परिवार और निकट सम्बंधियों, इष्ट मित्रों के साथ पकवानों के स्वाद के साथ अबीर गुलाल लगाकर खुशियां मनाई।
रंगों से किया सराबोर : होली को लेकर बच्चों, युवकों व महिलाओं ने पिचकारियों से एक-दूसरे को लाल, पीले और हरे रंगों से सराबोर कर दिया। बच्चों ने गांवों व मुहल्ले के घर-घर जाकर हंसी-ठिठोली करते हुए लोगों के साथ जमकर होली खेली और रंगों से सराबोर कर एक दूसरे को होली की बधाई दी।
होली गीतों से वातावरण पूरी तरह खुशनुमा
होली के अवसर पर लोगों ने अपने अपने मुहल्ले व गांवों के चौपालों पर वाद्य यंत्रों के साथ होली के गीतों पर नाचते झूमते रहे। इस दौरान ढोलक और झाल के पारंपरिक होली गीतों से वातावरण पूरी तरह खुशनुमा बना रहा।
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