सहिया एवं निजी अस्पताल के संचालकों द्वारा गरीबों को प्रसव के नाम पर कर रहे हैं दोहन
मेराल से विकास कुमार कि रिपोर्ट
मेराल। थाना क्षेत्र के नेनुआ मोड़ स्थित चाणक्य हॉस्पिटल में सहिया के सांठगांठ से प्रसव के नाम पर मोटी रकम लेकर धड़ले से ऑपरेशन किया जा रहा है। यह जानकारी डंडई थाना क्षेत्र के रारो गांव निवासी आनंदी देवी ने अपनी दुखड़ा सुनाते हुए बतायी कि आज से 4 दिन पूर्व अपने पुतोहू सीमा देवी पति अरुण कुमार को प्रसव कराने के लिए शाम के समय गांव के सहिया संगीता देवी के साथ मेराल सरकारी सामुदायिक अस्पताल में आई थी। लेकिन सहिया संगीता देवी ने अल्ट्रासाउंड कराने की बात कहते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेराल से हमलोगों को साथ लेकर नेनुआ मोड़ चाणक्य हॉस्पिटल में पहुंच गयी। जहां अस्पताल के संचालक के पास हमलोगों को पहुंचा कर सहिया संगीता देवी वहां से भाग गयी। पहले तो अस्पताल संचालक ने बताया कि नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगा। लेकिन रात्रि 12:00 बजे अस्पताल के संचालक ने बताया कि अब नॉर्मल डिलीवरी नहीं होगा। मामला सीरियस है। इसलिए ऑपरेशन करना होगा। इसके लिए ऑपरेशन का शुल्क एवं दवाई का 27000 रुपए देना होगा। रात्रि 12:00 बजने के कारण लाचार होकर अपने पूतोहू सीमा का ऑपरेशन कराने के लिए तैयार हो गई। आनंदी देवी ने बताया कि हमारे घर में खाने का ठिकाना नहीं है। चिंता इस बात की है कि आखिर 27000 रुपए कहां से लाकर अस्पताल के प्रबंधन को देंगे।
इस संबंध में अस्पताल का प्रबंधक दिनेश कुमार ने कहा कि मेरे अस्पताल में 15 बेड का रजिस्ट्रेशन है। जहां मेराल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार को बुलाकर अस्पताल में ऑपरेशन कराते एवं डिलीवरी कराते हैं। इस संबंध में पूछने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि चाणक्य हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए मुझे कभी-कभी बुलाया जाता है। लेकिन प्रसव के बाद भर्ती किए गए मरीज को देखरेख के लिए हमेशा एक चिकित्सक की होना जरूरी है। वहां हमेशा कौन सा चिकित्सक रहते हैं उन्हें मालूम नहीं है।
663 total views, 1 views today