मर्माहत और दर्द देने वाली ख़बर पलामू से है।
जंजीरों से बंधे रहते हैं ये दोनो मासूम, खेलना चाहते है लेकिन दुर्भाग्य ने पैरों में जंजीर बांध दी है। दोनों बच्चे मानसिक रूप से बीमार है।
पलामू जिले के सदर प्रखंड के सुआ पंचायत के बिंदुआ टोला में आदिम जनजाति परहिया के 10 वर्षीय और 12 वर्षीय दोनो बच्चे जंजीर की बेड़ियों में बंधे रहते हैं। दोनो को सोने के लिए पास में ही खाट लगा हुआ है।
मां बाप गरीब हैं। पैसे के अभाव और उचित जानकारी के अभाव में इनका उचित इलाज नहीं हो पा रहा है। इस तरह जीना इनका दुर्भाग्य सा बन चुका है। मजबूरन इनके मां बाप इन्हे बांधे हुए भी रहते है ताकि इनके द्वारा हुई कुछ गलतियां समाज द्वारा इनके परिवार को सुनने को न मिल जाय।
इन बच्चों का समुचित ईलाज या काउंसलिंग होना अत्यंत जरूरी है ताकि आम बच्चों की तरह ये दिनो समाज में आ सके और खुलकर सम्मान के साथ अपना जिवन जी सके। खबर के माध्यम से स्थानीय प्रशाशन से उचित कार्रवाई की गुहार है।

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