✍🏻 ब्यूरो रिपोर्ट
पलामू जिले में रोजगार और अनाज देने के नाम पर ग्रामीणों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. यह ठगी एक कथित नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के माध्यम से की गई है. पीड़ितों की शिकायत के बाद पलामू जिला प्रशासन ने पूरे मामले में चैनपुर थाना को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.खबरों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से जिले के विभिन्न इलाकों में एक कंपनी द्वारा रोजगार और सस्ते अनाज उपलब्ध कराने के नाम पर नेटवर्क मार्केटिंग चलाई जा रही थी. कंपनी ने ग्रामीणों को सदस्य बनाने के लिए 350 रुपये की राशि ली और बदले में 2 से 10 किलो चावल देने का झांसा दिया.इस बारे में ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी ने गांव-गांव में पीडीएस की तरह अपना नेटवर्क बनाया. नए लोगों को डीलर बनाया गया, जिन्हें 5000 रुपये मासिक वेतन देने का वादा किया गया था. वहीं एजीएम के पद पर रहने वालों को 16000 रुपये मासिक वेतन का प्रलोभन दिया गया.ऐसे करके एक-एक गांव से लाखों रुपये की वसूली की गई.
पूरे मामले की होगी जांच………..
लोगों ने जब ठगी की शिकायत पलामू डीसी समीरा एस से की तो उन्होंने इस संबंध में एसपी रीष्मा रमेशन को पत्र भेजा. एसपी ने चैनपुर थाना प्रभारी को पूरे मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. इसकी पुष्टि चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने की है. उन्होंने बताया कि एसपी को संबंधित कंपनी से जुड़ी शिकायत मिली थी. एसपी के निर्देश के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.जिस कंपनी पर ठगी का आरोप लगा है, उसका नेटवर्क पलामू प्रमंडल के अलावा बिहार के गया और औरंगाबाद जिलों तक फैला हुआ है. कंपनी से हजारों लोग जुड़े हैं. एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अपने इलाके से करीब 6 लाख 30 हजार रुपये कंपनी को जमा कराए थे. लेकिन न तो अनाज मिला और न ही रोजगार.
