भवनाथपुर से संवाददाता जितेंद्र कुमार का रिपोर्ट
भवनाथपुर : विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है, उस मंदिर में पुजारी रूपी शिक्षक ही शराब पीकर आये तो बच्चो का भविष्य क्या होगा। यह मामला कोई नया नही है, आये दिन यह खबर सुनने को मिलता है, कि पंडरिया पंचायत अंतर्गत बेलपहाड़ी स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अक्सर विद्यालय में शराब पीकर विद्यालय आते है। ग्रामीण लालमोहम्मद अंसारी, गफूर अंसारी, गुप्तेश्वर पाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापक आये दिन विद्यालय में शराब पीकर आते है। आज विद्यालय साढ़े छः बजे से था, लेकिन वें साढ़े आठ बजे पहुंचे थे। उनकी लापरवाही का आलम यह है, कि पिछले 12 दिनों से विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद है। छात्रा सहनाज खातून, सबीबी, हसमुन, गुलाम मुस्तफा ने बताया पिछले 1 अप्रैल से हमलोगो को विद्यालय में मध्याह्न भोजन नही मिल रहा है। प्रभारी प्रधानाध्यापक ने कहा कि चपाकल ख़राब होने के चलते विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद है, मिस्त्री को बुलाने चले गए थे, इसलिए देर से विद्यालय पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा शराब पीकर विद्यालय आने का लगया गया आरोप गलत है। इधर मध्याह्न भोजन बंद होने की सूचना पर पहुंचे बीपीओ रविन्द्र मेहता को प्रधानाचार्य ने बताया कि चपाकल खराब होने से मध्याह्न भोजन बंद है, इसके बाद बीपीओ ने बगल के चपाकल से पानी मंगवाकर मध्याह्न भोजन चालू करवाया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अगर विद्यालय के प्रधानाचार्य जिस दिन भी शराब पीकर आते है, तो सूचना दे मेडिकल जाँच कराकर उनके उपर विभागीय कार्रवाई किया जायेगा।
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