उपायुक्त श्री रमेश घोलप ने आज सदर अस्पताल गढ़वा का औचक निरीक्षण किया। मौके पर उप विकास आयुक्त श्री राजेश कुमार राय, अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा श्री राज महेश्वरम, सिविल सर्जन डॉ कमलेश कुमार तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी, चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद थे।
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने सदर अस्पताल के विभिन्न वार्ड जैसे कि- इमरजेंसी वार्ड, मेडिकल वार्ड, सर्जिकल वार्ड, जनरल वार्ड, एसएनसीयू वार्ड, इमरजेंसी ओटी, ऑपरेशन थिएटर, दवाखाना, जांच घर (टेस्टिंग रूम), डिलीवरी रूम, ईसंजीवनी टेलीमेडिसिन रूम, ऑक्सीजन प्लांट समेत अन्य कई वार्डो का निरीक्षण किया व सदर अस्पताल के माध्यम से मरीजों को मुहैया कराई जा रही है स्वास्थ्य सुविधाओं तथा स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया। उपायुक्त ने विभिन्न वार्डों में प्रतिनियुक्त कर्मचारी व चिकित्सकों से उनके द्वारा प्रतिदिन किए जाने वाले कार्यों की जानकारी ली साथ ही आवश्यक पंजी, रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों की जांच- पड़ताल भी की। उपायुक्त ने कहा कि सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सभी सुविधाएं निश्चित तौर पर गुणवत्ता के साथ ससमय मुहैया कराई जाए। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए कि अनावश्यक कोई भी मरीज परेशान ना हों। मौके पर उपायुक्त ने मंगलवार को घटित घटना प्रसव में नवजात की जान जाने संबंधी मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा की अध्यक्षता में जांच कमिटी गठित कर 48 घंटे के भीतर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जांचोपरांत उक्त संदर्भ में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वार्डों के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कुछ मरीजों व उनके अभिभावकों से भी उनकी बीमारी तथा उसके इलाज की प्रक्रिया और उसमें आने वाली परेशानियों के विषय में पूछताछ की। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को अस्पताल में स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने, मरीजों को हर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने तथा पेयजल हेतु वाटर कूलर आदि अधिष्ठापित कराने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने दवाओं की उपलब्धता के विषय में भी कर्मचारियों से जांच पड़ताल की तथा सिविल सर्जन को ऐसी दवाओं की सूची जो कि अस्पताल में चिकित्सकों के द्वारा लिखी जा रही हैं, परंतु वह उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है। वैसे दवाओं की सूची उपलब्ध कराने की बात कही ताकि उस ओर कार्य करते हुए मरीजों को आसानी से जरूरी दवाएं मुहैया कराई जा सके। आयुष्मान भारत के तहत किस प्रकार से मरीजों को लाभान्वित किया जा रहा है इसके विषय में भी उपायुक्त ने समीक्षा की। इसके अलावा उपायुक्त ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ चिकित्सक जैसे कि मानसिक रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ समेत अन्य की कमी व उनके द्वारा अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विशेष केंद्रीय सहायता योजना के तहत बनाए गए नए भवन का भी निरीक्षण किया। भवन का कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में उन्होंने सिविल सर्जन डॉक्टर कमलेश कुमार को निर्देश दिया कि इस संदर्भ में एस्टीमेट तैयार करते हुए, उसे राज्य सरकार को भेजा जाए। उन्होंने उक्त संदर्भ में सिविल सर्जन को उपायुक्त के साथ बैठक कर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही ताकि भवन को जल्द से जल्द पूर्ण कराते हुए उसका इस्तेमाल जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में किया जा सके। उपायुक्त ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों तथा चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की तथा उनकी समस्याओं को सुना और उसके समाधान को लेकर कई आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने चिकित्सकों को समय पर अस्पताल में उपस्थित होने तथा टीम भावना के साथ कार्य करते हुए बेहतर सेवाएं जनता को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
490 total views, 1 views today