बंशीधर नगर (गढ़वा):- अखिल भारतीय आदिवासी महासभा की ओर से मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जंगीपुर गांव में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। इसमें उपस्थित लोगों ने एक स्वर से संगठित होने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामनाथ उरांव ने कहा कि आदिवासियों को अपनी भाषा में घर में व अपने लोगों से बात करनी चाहिए। आज हमारे बच्चे उरांव भाषा क्या है यह नहीं जानते हैं। जल, जमीन, जंगल पर खतरा पैदा हो गया है। बड़े पैमाने पर नदियों से बालू का उत्खनन व पहाड़ों से पत्थर तोड़ कर पूरे पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया गया है। जिससे वर्षा का चक्र गड़बड़ा गया है। जंगल से हमें जड़ी-बूटी और फल मिलता था, जिससे हमारा व हमारे परिवार का पेट पलता था। आंवला, पियार, महुआ, सखुआ, सलई आदि का पेड़ खत्म होते जा रहा है। आदिवासियों की भूमि पर बाहरी लोगों ने कब्जा कर लिया है। रुपये और शराब के बल पर हम आदिवासियों की भूमि पर गैर आदिवासी अपना अधिकार जमाते जा रहे हैं। हम सभी आदिवासियों को एकजुट होकर अंधविश्वास व नशाखोरी के खिलाफ कार्य करना चाहिए। साथ ही अपने हक हकूक के लिए आवाज उठाना चाहिए। सभा को भाकपा के जिला सचिव रामेश्वर प्रसाद अकेला, राजकुमार राम, देवीदयाल मेहता, गणेश सिंह, इंद्रदेव घांसी आदि ने संबोधित किया। मौके पर बड़ी संख्या में आदिवासी महिला-पुरुष व बच्चे उपस्थित थे।

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