बिशुनपुरा संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
विदित हो की गत 19 सितंबर को विशुनपुरा ब्लॉक प्रमुख दीपा कुमारी ने विशुनपुरा प्रखंड अंतर्गत सरांग पंचायत के स्त्रोणत उच्च विद्यालय सराँग बटुआ में अनियमितता को लेकर छपी खबर को संज्ञान लेकर जब उक्त विद्यालय का निरीक्षण किया तो अनेकों कमिया देखी गई जैसे प्रधानाध्यापक द्वारा बिना प्रतिपूर्ति राशि का वितरण किए बच्चो से हस्ताक्षर करवा लेना ,नामांकन के दौरान बच्चो से 300 से 1000 रुपए तक राशि वसूलना, सर्टिफिकेट देने के नाम पर 2300 रुपए तक की राशि वसूलना ,पिछले लगातार दो वित्तीय वर्ष में विद्यालय को मिले विकास मद की 150000 रुपए का राशि से संबंधित जानकारी को छिपाने का प्रयास किया गया । साथ ही स्कूल के शौचालय को हमेशा बंद रखना ,स्कूल परिसर को स्वच्छ न होना ,स्कूल का फर्श, रेलिंग टूटा होना ,किचन की स्थिति कूड़ेदान जैसा होना ,स्कूल में पढ़ाई लिखाई न होना ,स्कूल में वायरिंग,पंखा आदि का न होना ,इत्यादि आरोप प्रमुख द्वारा विद्यालय के संचालन समिति पर आरोप लगाए गए थे पर उसी दिन के अगले दिन यानी 20 सितंबर को सीआरपी महेंद्र गुप्ता का स्कूल में प्रवेश होता है ,प्रतिपूर्ति राशि का वितरण होता है और सब कुछ संतोषजनक स्थिति में पाई जाती है यह पहली बार हो रहा है की जब कोई सीआरपी स्कूल निरीक्षण करने गए हो तो न्यूज प्रकाशित हुआ हो।और जब इस तरह का न्यूज प्रकाशित हुआ तो विशुनपुरा ब्लॉक प्रमुख तुरंत अगले दिन 22सितंबर को प्रमुख पुनः स्कूल का दौरा की और वस्तुस्थिति को देखने पहुंची तो प्रधानाध्यापक जिले में मीटिंग का बहाना बनाकर गायब हो गए थे और विद्यालय में भी वही सब देखने को मिला जो आरोप पहले लगाई थी ऐसा देख सीआरपी पर प्रमुख मैडम भड़की और सरांग पंचायत के ग्रामीणों के साथ धरने पर स्कूल में ही बैठ गई और बीईओ, सीआरपी, बीआरपी को बुलाने पर अड़ गई । बीइओ से संपर्क करने की कोशिश की गई तो मीटिंग का हवाला देकर आने में असमर्थ बताए वही सीआरपी को नही भेज पाए इसके बाद बीआरपी अनिल विश्वकर्मा विद्यालय पहुंचे और पुनः प्रमुख द्वारा विद्यालय पर लगे आरोपों को सही पाए।अब सवाल है की कौन से आधार पर सीआरपी 15 घंटे भी नही हुए और प्रमुख के आरोपों को गलत साबित कर दिए और जब सीआरपी का काम स्कूल का निरीक्षण निरंतर करना है तो हमेशा क्यों न्यूज नही आता आज ही क्यों जरूर कुछ दाल में काला है इसलिए प्रमुख ने मांग किया की ऐसी गतिविधि हमारे ब्लॉक में बर्दास्त नही की जायेगी इस स्कूल की हर रिकार्ड को को बारीकी से जांच हो और इसके लिए विशेष टीम गठित हो इसका मांग उपायुक्त से की जाएगी ताकि हर एक दोषी को कड़ी कड़ी सजा मिल सके। साथ ही सीआरपी को दूसरे प्रखंड में और प्रधानाध्यापक को भी दूसरे स्कूल में प्रतिस्थापित किया जाय साथ ही जिन बच्चों से नामांकन करने और सर्टिफिकेट देने के नाम पर जो पैसा की वसूली बलिया गया है अभिलंब वापस करवाया जाए अन्यथा बीआरसी के समक्ष विशुनपुरा की जनता प्रमुख के नेतृत्व में पुनः धरना देने पर विवश हो जायेगी।मौके पर सरांग पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि , बीडीसी प्रतिनिधि,पूर्व बीडीसी,बलिराम साह, स्कूल के पूर्व अध्यक्ष,सहित काफी संख्या स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।
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