
बिशुनपुरा संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
विशुनपुरा प्रखंड के पतिहारी गांव में देवी धाम पर पूजा अर्चना रोकने और धाम से पत्थर की पिंडी को तहस नहस करने का मामला प्रकाश में आया है।
आपको बताते चलें कि पतिहारी देवी धाम का मामला हमेशा तूल पकड़ता दिख रहा है आपको बता दूं कि देवी धाम सनातन काल से ही पतिहारी गांव में अवस्थित है, आए दिन विवाद होता रहता है इस मामले को लेकर एसडीओ आलोक कुमार ने बुधवार को अनुमंडल कार्यालय में दोनों पक्षों के साथ बैठक में धाम पर पूर्व की भांति पूजा जारी रखने की हिदायत दी है।
इस संबंध में बैठक में शामिल होने आए पतिहारी गांव निवासी हलकन राम, आकाश कुमार, उमेश ठाकुर ने बताया कि पतिहारी गांव में वर्षों पुराना प्राचीन देवी धाम है। जहां अनुसूचित जाति वर्ग के अधिकांश लोग वर्षों से पूजा पाठ करते आ रहे थे। एक समुदाय विशेष के लोगों ने पहले देवी धाम की जमीन पर अवैध दखल कब्जा किया और पिछले साल चैती नवरात्र से धाम पर पूजा पाठ पर रोक लगा दिया। इस साल 16-17 मार्च को धाम पर स्थापित देवी मां की पत्थर की पिंडी को तहस नहस कर दिया गया। 18 मार्च उन्होंने थाने में इसकी शिकायत की है लेकिन गुनाहगार लोग अभी भी छुट्टा घूम रहे हैं। उनलोगों ने बताया कि तीन चार साल पहले से वे लोग धाम पर पूजा करने वालों से दुर्व्यवहार किया करते थे लोग सहते रहे। इसके बाद पूजा को रोका, पिंडिया हटाई और अब वे लोग वहां से धाम को हटाने को कह रहे हैं।
प्रमुख प्रतिनिधि चंदन मेहता ने बताया की एसडीओ साहब ने मीटिंग में पूर्व की तरह पूजा पाठ जारी रखने का आदेश दिया है।
वही संबंध में पूछे जाने पर जिला परिषद सदस्य शंभू राम चंद्रवंशी ने बताया कि दोनों पक्ष में आपसी प्रेम और भाईचारे को स्थापित करना मेरी प्राथमिकता है दोनों पक्ष की सहमति से विद्वान ब्राम्हण को बुलाकर अप्रैल के प्रथम वीक में इस पर चर्चा की जाएगी, अभी पूजा-पाठ वही जारी रहेगा।
वही इस संबंध में जानकारी देते हुए अंचलाधिकारी सुश्री निधि रजवार ने बताया कि पहले की भांति ही अभी पूजा-पाठ जारी रहेगा क्योंकि रामनवमी का त्यौहार नजदीक है इसके बाद अप्रैल में दोनों समुदाय के बीच में बैठक की जाएगी सभी ने सहमति जताई और जल्द ही मामले का निपटारा किया जाएगा। इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद केसरी, बिशुनपुरा प्रखंड बीस सूत्री शैलेंद्र प्रताप देव, प्रमुख प्रतिनिधि चंदन कुमार मेहता सहित लोग उपस्थित थे।
