खरौंंधी प्रखंड से चंदेश कुमार पटेल की रिपोर्ट
खरौंंधी (गढ़वा): मानसून सत्र में भारी कमी के कारण गढ़वा जिला सुखाड़ और अकाल का सामना कर रहा है। अब तक धनरोपनी एक प्रतिशत के करीब हुई है। इस बीच तीन दिनों से कहीं हल्की कहीं तेज वर्षा होने से किसानों को उम्मीद की कुछ किरण नजर आने लगी हैं। अगर आने वाले दिनों में इसी तरह लगातार वर्षा होती रही तो गढ़वा जिला में थोड़ी बहुत धान की फसल की उम्मीद की जा सकती है।
खरौंंधी प्रखंड में सोमवार को दिन में वर्षा हुई। खरौंंधी प्रखंड में कहीं हल्की कहीं तेज वर्षा हुई। मौसम के बदले मिजाज से किसानों के चेहरे खिल उठे। बारिश से जहां उमस भरी गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिली तो वहीं किसान हल-बैल के साथ धान की रोपनी के लिए खेत तैयार करने में जुट गए। कई किसानों ने बताया की सावन माह के एक महिना 3दिन बाद भी अबतक क्षेत्र में हुई बारिश धनरोपनी के लिए पर्याप्त नहीं है। गड्ढेनुमा खेतों में ही किसान हल जोतकर धान लगाने की तैयारी में जुटे हैं। वर्षा ने किसानों की उम्मीदें तो जगा दी है, लेकिन लगाए गए बिचड़े के जल जाने से किसानों को अभी भी कुछ समझ में नहीं आ रहा है।