विशुनपुरा से सुनील कुमार की रिपोर्ट
झारखंड के PDS वितरण योजना में गढ़वा के बिशुनपुरा में भारी गड़बड़ी व अनियमितता पाई गई है। इसके लिए ब्लॉक प्रमुख महोदया को लिखित आवेदन दिया गया है। लाभुक चंदन मेहता का कहना है कि उनके राशन कार्ड में 8 लोगों का नाम अंकित है। लेकिन परिवार के दो व्यक्ति 2012 में ही मृत हो चुके हैं। इसके बाद जब राशन मिलना शुरू हुआ तो 8 सदस्यों के हिसाब से कुल 40 किलो के जगह 38 किलो राशन दिया जाता था। 8-10 महीने तक यही चलता रहा। फ़िर अचानक एक बार डीलर ने कहा कि आपके परिवार के दो लोग मृत हो गए हैं तो उनका राशन नहीं मिलेगा। उन्होंने इस बाबत लाभुक से मृतकों का आधार कार्ड भी मांगे जिसे लाभुक ने नहीं दिया क्योंकि उन दो सदस्यों का आधार कार्ड मिला ही नहीं था। उसी समय से लाभुक को 6 सदस्यों के अनुसार 30 किलो की जगह 28 किलो चावल या कभी गेंहू दिया जाता रहा। कुछ ही महीनों के बाद डीलर ने कहा कि उन दो मृत सदस्यों का नाम ऊपर विभाग से ही कट गया है। इस पर लाभुक को कोई आपत्ति नहीं थी अतः उन्होंने संतुष्टि जताई। लेकिन अभी 4 दिन पहले अपने फ़ोन में ऑनलाइन सर्च करते हुए झारखंड सरकार के ऑफिशियल वेबसाइट पर अपने राशन कार्ड को सर्च किया, राशन कार्ड नंबर डालने पर उस पर कार्ड पर अंकित सभी 8 सदस्यों के लिए 40 किलो राशन उठाव दिखाई दिया। इस बाबत उन्होंने पड़ोसी लोगों से बात चीत की। पड़ोसियों ने अपनी जानकारी के अनुसार बताया कि यदि कभी सरकार इसकी जांच कराएगी तो आपके परिवार को पिछले सभी वर्षों के राशन को वापस करना पड़ेगा। यह सुनकर लाभुक के होश उड़ गए, उसके परिवार के सदस्य भी परेशान होने लगे।
इसके निराकरण के लिए लाभुक अपने डीलर के पास गए तो उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि ऊपर से ही राशन नहीं आ रहा है। तो लाभुक ने पूछा कि अभी तक भी मृतकों के नाम से राशन उठाव क्यों हो रहा है और सरकारी वेबसाईट पर क्यों दिख रहा है? तो डीलर ने कहा कि वो ऊपर के अधिकारी और मंत्रालय के लोग जानेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। तो लाभुक ने पूछा कि आप यह बात किसी दिन मामला फंसने पर सार्वजनिक रूप से कहेंगे न? इस पर उन्होंने साफ़ शब्दों में मना कर दिया और कहा कि मैं अपने साहब को कभी नहीं फसाऊंगा। लाभुक ने पूछा कि यदि कभी रिकवरी के लिए जांच रिपोर्ट आएगी तो वो सारा अतिरिक्त राशन कौन वापस करेगा? इस पर डीलर भड़क गए और खूब भला बुरा कहा। लाभुक चंदन मेहता का कहना है कि इसके बाद डीलर और उनके परिवार के एक सदस्य ने धमकी देते हुए कहा कि तुम्हें जो करना है वो कर लो, तो इस पर लाभुक ने कहा कि मृतक वाला राशन हम नहीं लिए हैं तो हम थोड़े भरेंगे। इस पर डीलर और उनके पुत्र ने अभद्रता करते हुए भगा दिया, साथ ही कहा कि हम उल्टे तुम्हें ही फसाएंगे। इसके बाद लाभुक सदमे में है और अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से मदद और न्याय की गुहार लगा रहा है।
उसका यह भी कहना है कि उसके गांव के दर्जनों राशन कार्डधारियों के मृत या स्थानांतरित सदस्यों का राशन उठाव हो रहा है। यदि ऐसा होता है तो यह एक बड़े घोटाले का रूप ले सकता है
विशुनपुरा ब्लॉक प्रमुख महोदया ने आवेदन रिसीव करते हुए आश्वासन दिया कि मामले की गंभीरता देखते हुए त्वरित जांच व कार्रवाई की जायेगी।
