विवेक मिश्रा की रिपोर्ट
गढ़वा : कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हरिहरपुर के एसपीडी हाईस्कूल को प्लस टू नहीं किए जाने को लेकर ग्रामीणों में तीव्र आक्रोश है। कांडी प्रखंड अंतर्गत पंचायत व गांव हरिहरपुर स्थित शंकर प्रताप देव उच्च विद्यालय को इस बार भी सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जमा दो विद्यालय में उत्क्रमित नहीं किया। इस मामले को लेकर विद्यालय परिसर में प्रेस वार्ता कर प्रखंड प्रमुख व ग्रामीणों ने तीखा असंतोष व्यक्त किया। प्रेस वार्ता करते हुए कांडी के प्रखंड प्रमुख सह झारखंड प्रमुख संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय ने कहा कि इस हरिहरपुर के एसपीडी हाईस्कूल को प्लस टू नहीं किए जाने को लेकर ग्रामीणों में तीव्र आक्रोश है। कांडी प्रखंड अंतर्गत पंचायत व गांव हरिहरपुर स्थित शंकर प्रताप देव उच्च विद्यालय को इस बार भी सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जमा दो विद्यालय में उत्क्रमित नहीं किया। इस मामले को लेकर विद्यालय परिसर में प्रेस वार्ता कर प्रखंड प्रमुख व ग्रामीणों ने तीखा असंतोष व्यक्त किया। प्रेस वार्ता करते हुए कांडी के प्रखंड प्रमुख सह झारखंड प्रमुख संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय ने कहा कि इस विद्यालय को उपेक्षा की गयी है। जो छात्र हित में उचित नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा कि यह सुदूरवर्ती इलाका होने की वजह से यहां के लोग आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए यहां के बच्चे गरीबी और पैसे के अभाव में अन्य कहीं बाहर जाने में असमर्थ हैं। इसके बाद भी इस इलाके में 10+2 स्कूल नहीं है। जो विभाग की घोर लापरवाही का नतीजा है। जिसका परिणाम यहां के गरीब- गुरुबा के बच्चों को झेलना पड़ता है। प्रखंड प्रमुख ने शिक्षा विभाग व सरकार से तत्काल इस स्कूल को जमा दो उवि में अपग्रेड किए जाने की मांग की है। मालूम हो कि यह विद्यालय 10+2 की सभी अहर्ताओं को पूरा करता है। 45 वर्ष पूर्व स्थापित इस स्कूल के पास अपनी पांच एकड़ 89 डिसमिल जमीन है। स्कूल मेन रोड पर अवस्थित है।
पोषक क्षेत्र में तीन अन्य उच्च विद्यालय अवस्थित हैं। जहां के बच्चे इस विद्यालय के उत्क्रमण के बाद यहीं पढ़ने आएंगे। ग्रामीणों का कहना है कि यह विद्यालय इस क्षेत्र का इकलौता उच्च विद्यालय है। जहां दर्जनों गांवों से आकर ग़रीब – गुरबा के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। बावजूद इसके इसे अपग्रेड नहीं नहीं किया गया। कई ग्रामीणों ने कहा कि इस विद्यालय की स्थापना पूर्व विधायक शंकर प्रताप देव ने की थी। इसका नाम भी शंकर प्रताप देव उच्च विद्यालय है। उन्हें लगता है कि वर्तमान में स्थानीय विधायक इसी नाम के कारण इस स्कूल को अपग्रेड नहीं करा रहे हैं। जो बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। इस कमी को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में विभाग एवं सरकार के प्रति काफी रोष देखा जा रहा है। इस मौके पर कांडी प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष अमित कुमार दुबे, संजीत सिंह, विकास कुमार सिंह, डबल सिंह, निखिल कुमार सिंह, रामचंद्र पासवान, सुनील सहित कई लोग उपस्थित थे।